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सुपारी के बकाया के चक्कर में गई हैप्पी की जान

जागरण संवाददाता, सोलन : अपराध की दुनिया में न तो कोई रिश्ता होता है और न ही कोई संबंध, सिर्फ पैसा

By Edited By: Published: Thu, 27 Oct 2016 05:33 PM (IST)Updated: Thu, 27 Oct 2016 05:33 PM (IST)
सुपारी के बकाया के चक्कर में गई हैप्पी की जान

जागरण संवाददाता, सोलन : अपराध की दुनिया में न तो कोई रिश्ता होता है और न ही कोई संबंध, सिर्फ पैसा बोलता है और ऐसा न केवल पंजाब के एक पिता के साथ हुआ, बल्कि उस व्यक्ति के साथ भी हुआ जिसने एक बेटे के कहने पर उसके पिता की हत्या कर दी थी। बाद में उसी बेटे के इशारे पर हत्या करने वाले को उसी के दो अन्य साथियों ने मौत के घाट उतार दिया। यह सनसनीखेज मामला पंजाब के अमृतसर व हिमाचल प्रदेश के सोलन जिला से जुड़ा है, जिसमें हत्याएं तो अलग-अलग स्थानों पर हुईं, लेकिन तार दोनों मामलों के आपस में जुड़े थे।

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ज्ञात हो कि गत नौ सितंबर को सोलन जिला के कंडाघाट में क्वारग रोड पर एक युवक का लहुलूहान शव मिला था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच आरंभ की लेकिन मृतक की शिनाख्त तक न हो सकी थी। कुछ दिन बाद पता चला कि यह युवक पंजाब के अमृतसर का रहने वाला हैप्पी था, जो वहां कई आपराधिक मामलों में संलिप्त था। शिनाख्त होने के बाद पुलिस हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुट गई, जिसके लिए यहां की पुलिस टीम को जांच के लिए पंजाब भेजा गया। इस दौरान पता चला कि हैप्पी पर वहां हत्या व एनडीपीएस एक्ट के तहत केस चल रहे थे। इसी दौरान जांच में खुलासा हुआ कि उसने 26 मई को अमृतसर के एक फर्नीचर कारोबारी सुरेंद्र की हत्या की थी, जिसकी सुपारी उसी के बेटे मोनू ने दी थी। मोनू ने यह सुपारी सुशील के माध्यम से हैप्पी को दी थी, जिसके बाद उसने सरे बाजार सुरेंद्र को गोली से उड़ा दिया था।

बाद में सुपारी की बकाया रकम को लेकर मोनू व हैप्पी में विवाद हो गया और फिर मोनू ने सुशील व एक अन्य मनमीत को ही हैप्पी की हत्या के लिए तैयार कर दिया। इस पर आठ सितंबर की शाम को सुशील व मनमीत उर्फ गिन्नी एक गाड़ी में हैप्पी के साथ सोलन की ओर आए और रातभर यहां-वहां घूमते हुए तीनों शराब पीते रहे। इसी दौरान इन्होंने हैप्पी के गिलास में नींद की गोलियां मिला दी और उसके बेसुध होने पर दराट (दातर) के कई वार से उसे मौत के घाट उतार दिया और यहां से फरार हो गए। लिहाजा सोलन पुलिस ने कई दिन तक पंजाब में डेरा जमाकर सारे तथ्य जुटाए और सोलन में बैठे अधिकारी तकनीक के माध्यम से हत्याकांड की कड़ियां जोड़ते रहे और अपनी टीम को निर्देशित करते रहे। नतीजतन सोलन पुलिस की टीम ने पंजाब पुलिस के साथ मिलकर इन दोनों आरोपियों को दबोचा, जिन्हें बुधवार सायं यहां लाया गया।

इसके बाद सोलन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनमोहन सिंह ने वीरवार को यहां पूरी घटना का खुलासा किया। मनमोहन सिंह ने बताया कि इस मामले में डीएसपी विद्याचंद नेगी, कंडाघाट थाना प्रभारी कमल शर्मा, एएसआइ मदनलाल और कांस्टेबल देवेंद्र कुमार, अनुपम व भानू सिंह ने दिन-रात एक कर पूरी घटना का खुलासा किया।


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