एक माह में जल गया 143.75 हेक्टेयर वन क्षेत्र
संवाद सूत्र, दाड़लाघाट : उपमंडल अर्की की लाखों की वन संपदा आग की भेट चढ़ गई है। उपमंडल के अधिकतर वन भ
संवाद सूत्र, दाड़लाघाट : उपमंडल अर्की की लाखों की वन संपदा आग की भेट चढ़ गई है। उपमंडल के अधिकतर वन भीषण आग की चपेट में हैं। वहीं उपमंडल अर्की मुख्यालय के साथ लगती पंचायतों के जंगल भी दहक रहे हैं। कई ग्रामीण क्षेत्रों में आग की घटनाओं से खतरा अधिक बढ़ गया है। अभी तो अप्रैल का माह है, जबकि अधिकतर गर्मी की मार मई व जून में पड़ती है।
अप्रैल में अब तक करीब 143.75 हेक्टेयर वन भूमि आग की भेंट चढ़ चुकी है, जिससे लाखों रुपये की वन संपदा जल चुकी है। आग की चपेट में अब तक मटेरनी, बलेरा, मान, कुनिहार, देवरा, बातल, पलोग व दानोघाट के अलावा दर्जनभर पंचायतों के गांवों की घासनियां व जंगली संपदा आग की भेट चढ़ चुकी है। कई जगह तो अभी तक आग पर काबू नहीं पाया गया है ।
उधर, जंगल में आग की बढ़ती घटनाओं से खतरनाक जानवरों ने ग्रामीण क्षेत्रों की ओर रुख करना आरंभ कर दिया है। उपमंडल के सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों ने जंगल में आग लगने की घटना पर चिंता जताते हुए कहा है कि इन पर नजर रखने के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का सहारा लिया जाना चाहिए।
रूपराम शर्मा ने कहा कि अग्निकांड रोकने के लिए सरकार व विभाग को चाहिए कि बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षित कर तीन माह के लिए रोजगार दिया जाए। इससे जंगलों को राख होने से बचाया जा सकता है।
डीएफओ कुनिहार आरएस जस्वाल ने कहा कि विभाग आग पर नियंत्रण पाने पर लगा हुआ है। कर्मचारियों के अवकाश रद कर दिए गए हैं। करीब 143.75 हेक्टयर भूमि में अब तक आग लग चुकी है, जिससे लाखों का नुक्सान हो गया है।