अंकों की भागदौड़ में संस्कार भूलते जा रहे हैं विद्यार्थी
संवाद सूत्र, नालागढ़ : राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि अध्यापक व अभिभावक कर्त्तव्य का सही प्रयोग
संवाद सूत्र, नालागढ़ : राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि अध्यापक व अभिभावक कर्त्तव्य का सही प्रयोग करें तो वे राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान दे सकते हैं। राज्यपाल खरूणी स्थित नव ज्योति स्कूल के वार्षिक समारोह में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि नव ज्योति स्कूल में अध्यापकों ने जो वातावरण तैयार किया है, उससे लगता है कि यहां पर सही मायनों में छात्रों को शिक्षा दी जा रही। कोई भी बच्चा जन्म से सीख कर नहीं आता है। उसे जैसे वातावरण यहां पर मिलता है, उसी के आधार पर वह यहां पर ढल जाता है। आजकल बच्चे पढ़ाई में अंक तो ले रहे हैं लेकिन वे संस्कार भूल रहे हैं। आज के नागरिक दोहरा जीवन जी रहे हैं। जब वे मंदिर जाते हैं तो वे धर्म के ठेकेदार बन जाते हैं। वहीं जब उन्हें व्यवहारिक जीवन में कुछ करने का मौका मिलता है तो वे अन्य लोगों की तर्ज पर कार्य करते हैं। उन्होंने बच्चों को अक्षर ज्ञान के साथ संस्कार देने का भी आह्वान किया। उन्होंने बताया कि वह हरियाणा के कुरुक्षेत्र स्थित गुरुकुल में 35 साल तक बच्चों को शिक्षा देने का कार्य करते आ रहे हैं। इस मौके पर बीबीएनआइए के अध्यक्ष शैलेष अग्रवाल, बद्दी विवि के कुलपति डॉ. शक्ति सिंह, नवज्योति स्कूल के एमडी अगनजीत सिंह, प्रधानाचार्य रुचि, एसपी बिशेर सिंह, बीबीएनडीए के सीईओ ललित जैन, एसडीएम हरिकेश मीणा, लाज मोटर के एमडी महेश कौशल, डॉ. श्रीकांत शर्मा, मनोज राणा, तरसेम चौधरी, कृष्ण कौशल, राम चंदेल, दर्शन सिंह, धर्मपाल चौहान, देवराज चौधरी व भगवान सैणी आदि ने भाग लिया।