मंदिर के संस्थापक पुजारी ने की थी आत्महत्या
जागरण संवाददाता, सोलन : कंडाघाट उपमंडल में राष्ट्रीय राजमार्ग पर शिमला की सीमा से सटे शालाघाट मंदिर
जागरण संवाददाता, सोलन : कंडाघाट उपमंडल में राष्ट्रीय राजमार्ग पर शिमला की सीमा से सटे शालाघाट मंदिर को यहां के लोग अभिशप्त मानते हैं, जहां कुछ साल पहले मंदिर के संस्थापक पुजारी ने आत्महत्या तक कर ली थी और अब लूटपाट व एक साधु बताया जाता है कि उन्होंने सालों पहले बड़े यत्नों व लोगों के सहयोग से इस मंदिर का निर्माण करवाया था और जब काफी बड़ा परिसर बन गया तो यहां गद्दी का विवाद पैदा हो गया। इसी विवाद में मंदिर के अंदर एक बार गोली भी चल चुकी है, लेकिन उसमें कोई हताहत नहीं हुआ था, जिसके कुछ समय बाद संस्थापक बाबा ने फंदा लगाकर आत्महत्या ही कर ली।
ऐन राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ बने इस देवी मंदिर में बीते रविवार को ही कुछ लोगों ने यहां दो बाबा के साथ मारपीट व लूटपाट की थी, जिसमें एक युवा साधु की मौत हो गई। पुलिस ने इस हत्या को लेकर दूसरे बाबा जो मंदिर के मुख्य पुजारी हैं, को हिरासत में लिया है, लेकिन अभी तक कुछ पुख्ता नहीं उगलवाया जा सका है। आरोपी बाबा उदय चेतन गिरि का यही कहना है कि पांच लोग मंदिर में आए थे और दोनों से मारपीट करके उन्हें रस्सियों से बांधकर वहां से लगभग 25 हजार रुपये ले उड़े। पुलिस को बाबा की कहानी में कई झोल लग रहे थे और मौके के साक्ष्य भी संदेह पैदा कर रहे थे, जिसके चलते चेतन गिरि को ही हिरासत में लेकर सच्चाई पता करने की कोशिश की जा रही है।
यह मंदिर शुरू से ही विवादों में रहा है, जिसके संस्थापक महंत रामानंद गिरि ने करीबन तीन साल पहले फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। बताया जाता है कि इससे पहले यहां मंदिर की गद्दी के चक्कर में बाबाओं के आपसी विवाद में गोली भी चली थी, जिसका मामला अदालत में चल रहा था। इस गोलीकांड की ग्लानि में महंत ने ठीक कोर्ट में पेशी से एक दिन पहले आत्महत्या कर ली। पता यह भी चला है कि संस्थापक बाबा उस समय आज के महंत उदय चेतन गिरि को च्यादा नहीं मानते थे, जबकि यह अक्सर मंदिर में आया-जाया करते थे और आए समय विवाद की स्थिति रहती थी। इसके अलावा स्थानीय लोगों का यह भी आरोप रहता है कि मंदिर में अक्सर नशीले पदार्थो की सप्लाई व सेवन करने वाले भी डटे होते हैं, जबकि बाहरी क्षेत्रों के लोगों का भी यहां खासा जमावड़ा रहता है। इससे माना यह भी जा रहा है कि कहीं इस घटना के तार नशीले पदार्थ व किसी लेनदेन से तो नहीं जुड़े हैं।
ऐसे में सारी घटनाएं किसी बड़े षड्यंत्र की ओर इशारा करती हैं, लेकिन पुलिस के पास पुख्ता सुबूत के अभाव में आज तक किसी भी घटना का कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया। ऐसा ही इस बार भी हो रहा है, मंदिर के महंत कुछ और कह रहे हैं, जबकि पुलिस इससे संतुष्ट नहीं हो पा रही है, जिसके चलते चेतन गिरि को गिरफ्तार तो किया गया है, लेकिन उनके खिलाफ पुख्ता सुबूत नहीं मिल पा रहे हैं। लिहाजा इस संदर्भ में मुख्य जांच अधिकारी डीएसपी सोलन अमित शर्मा ने कहा कि आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
उधर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोलन भगत सिंह ठाकुर ने कहा कि पुलिस मामले में हर पहलू से जांच कर रही है और प्रत्येक बिंदु को गहनता से खंगाला जा रहा है।