भाजपा कार्यालय पर हमले के विरोध में प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, सोलन : शिमला में भाजपा कार्यालय के बाहर युवा कांग्रेस एवं भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच
जागरण संवाददाता, सोलन : शिमला में भाजपा कार्यालय के बाहर युवा कांग्रेस एवं भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुए झगड़े व पथराव के खिलाफ शनिवार को सोलन में पार्टी ने विरोध प्रदर्शन किया। जिला भाजपा ने इसके विरोध में माल रोड पर जलूस निकालते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और उपायुक्त कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इसका नेतृत्व शिमला संसदीय क्षेत्र से सांसद वीरेंद्र कश्यप ने किया, जिसके बाद प्रशासन के माध्यम से ज्ञापन राज्यपाल को भेजा गया। उसमें प्रदेश सरकार को बर्खास्त करने सहित मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से भी इस्तीफे की मांग की गई।
भाजपा कार्यकर्ता शनिवार दोपहर को लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह के पास एकत्र हुए और पुराने बस स्टैंड व माल रोड होते हुए जलूस की शक्ल में उपायुक्त कार्यालय तक गए। इस दौरान भाजपाइयों ने हाथों में झंडे लेकर कांग्रेस व सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की और शिमला कार्यालय में हुए हमले के लिए युवा कांग्रेस व प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया। बाद में सहायक उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन प्रेषित किया, जिसमें सरकार को बर्खास्त करने की माग की गई।
उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए सांसद वीरेंद्र कश्यप ने कहा कि प्रदेश सरकार के इशारे पर युवा काग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भाजपा के प्रदेश कार्यालय पर हमला किया है। उन्होंने इसे साजिश करार देते हुए कहा कि केंद्र सरकार के किसी निर्णय के खिलाफ युवा काग्रेस का भाजपा के प्रदेश कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने का औचित्य नहीं बनता था। इन प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व युकां के प्रदेश अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री के बेटे विक्रमादित्य सिंह कर रहे थे। इसलिए भाजपा का आरोप है कि यह घटना प्रदेश सरकार के संरक्षण में हुई है। उन्होंने हैरानी जताई कि पूर्व सूचना के बावजूद पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि प्रदर्शनकारी अपने साथ डडे, पत्थर व खाली बोतलें लेकर आए हुए थे। पुलिस ने उन्हें रोकने की जगह भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज कर दिया, जिसमें करीब 24 कार्यकर्ता घायल हो गए। इनमें से तीन की हालत गंभीर है। इस घटना की न्यायिक जाच होनी चाहिए और सभी दोषियों का पकड़कर उचित कार्रवाई की जाए। कश्यप ने इस मामले में मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र देने की मांग की। उनके अनुसार यदि ऐसा नहीं होता तो सरकार को बर्खास्त करने की माग की जाएगी। इस प्रदर्शन में भाजपा के जिला महासचिव रविंद्र परिहार, पवन गुप्ता, शैलेंद्र गुप्ता, एचएन कश्यप, रितु सेठी, राकेश शर्मा, रतन सिंह पाल, यशपाल ठाकुर, भरत साहनी, देवराज शर्मा, विवेक डोभाल, धर्मेद्र ठाकुर, सुषमा शर्मा व मनीष सहित अन्य शामिल थे।