Move to Jagran APP

फीस वृद्धि के खिलाफ एसएफआइ लाल

By Edited By: Published: Fri, 12 Sep 2014 06:58 PM (IST)Updated: Fri, 12 Sep 2014 06:58 PM (IST)
फीस वृद्धि के खिलाफ एसएफआइ लाल

संवाद सहयोगी, सोलन : डिग्री कॉलेज सोलन में एसएफआइ इकाई ने राज्य कमेटी के आह्वान पर फीस वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन किया। इसमें एचपीयू प्रशासन, प्रदेश सरकार व वीसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। परिसर सचिव रॉकी ने बताया कि विवि प्रशासन ने कॉलेज की फीस इतनी अधिक बढ़ा दी गई है कि आम छात्र समुदाय इस फीस को भर पाने में सक्षम नहीं है। कॉलेज व एचपीयू की फीस में 2500 से 3000 प्रतिशत तक की वृद्धि की गई है, जिसका भार छात्रों व उनके अभिभावकों पर पड़ रहा है। इसका सबसे अधिक प्रभाव लड़कियों पर भी देखा जा रहा है। उन्हें इस फीस बढ़ोतरी के कारण घर में बैठाया जा रहा है।

loksabha election banner

उन्होंने बताया कि फीस बढ़ोतरी में पूरी तरह से एचपीयू के वीसी जिम्मेदार है, क्योंकि जब से वह विवि में आए हैं उन्होंने एक के बाद एक छात्र विरोधी निर्णय लिए, जिसमें रूसा लागू करना, लगातार फीस बढ़ाने की कोशिश करना, सीएससीए चुनाव बंद करवाना छात्रों के जनवादी अधिकारों पर हमला करना शामिल है। एसएफआइ इकाई प्रदेश सरकार व विवि प्रशासन से मांग करती है कि इस फीस बढ़ोतरी को जल्द से जल्द वापस करवाया जाए। एचपीयू के कुलपति को जल्द से जल्द निष्कासित किया जाए। यदि ऐसा न किया गया तो एसएफआइ आम छात्र समुदाय व अन्य जनवादी संगठनों को एकत्रित कर प्रदेश सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन करेगी। इस अवसर पर अमन ठाकुर, शुभम, अमृश, अंकिता, विनेश, अंकिता, अभिलाषा, मनोज, नरेश, ओम प्रकाश, अनीश, प्रेरणा, प्रतिमा, पूनम, प्रियंका अन्य मौजूद रहे।

बघाट ग्राम सुधार कमेटी को दिया समर्थन

एसएफआइ ने बघाट ग्राम सुधार कमेटी, जिसकी अध्यक्षता विकास ठाकुर कर रहे है, द्वारा सड़कों की मरम्मत के लिए चलाए आंदोलन का समर्थन किया है। इकाई ने आश्वासन दिया है कि यदि जल्द से जल्द से इन सड़कों के कार्य न किए गए तो बघाट ग्राम सुधार कमेटी के साथ मिलकर जिला प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.