दवा उद्यमी की आत्महत्या से फार्मा एसोसिएशन चिंतित
संवाद सहयोगी, बद्दी : औद्योगिक नगर बद्दी के दवा उद्यमी द्वारा बढ़ते कर्ज व देनदारियों से दुखी होकर की आत्महत्या पर लघु उद्योग भारती फार्मा विंग हिमाचल प्रदेश ने चिंता जताई है। प्रदेश के दवा उद्यमियों की बैठक फार्मा विंग के प्रातीय चेयरमैन राजेश गुप्ता की अध्यक्षता में हुई, जिसमें इस मसले पर गहनता से मंथन किया गया। गौर रहे कि गोली मारकर अपना जीवन समाप्त करने वाला उद्यमी राकेश दत्त निदेशक आयोन हेल्थ केयर, लघु उद्योग भारती बद्दी इकाई का सदस्य था।
प्रातीय चेयरमैन राजेश गुप्ता ने कहा यह पहला मसला है कि किसी फार्मा उद्यमी ने ऋण न चुका पाने व व्यवस्थाओं से दुखी होकर अपनी जिंदगी समाप्त कर ली हो। केंद्र सरकार द्वारा दिए विशेष पैकेज के बाद यहा उद्योग लगने शुरू हुए थे। 400 से ज्यादा दवा उद्योगों ने प्रदेश दस्तक दी थी। वर्तमान में कच्चे माल की कीमत में बढ़ोतरी, एंट्री टैक्स, बाजार की प्रतिस्पर्धा, विभिन्न प्रकार के टैक्स, बैंकों के भारी कर्ज, केंद्र सरकार के कड़े नियमों व अन्य वित्तीय देनदानियों के चलते दवा उद्योग मुश्किल में है। इन उद्योगों को केंद्र सरकार ने न तो कोई राहत दी है और न ही प्रदेश ने। बाजार में मंदी की मार उल्टी पड़ रही है।
दवा प्रकोष्ठ के राज्य महामंत्री सतीश सिंगला ने कहा दवा कंपनिया सबसे बुरे दौर से गुजर रही हैं। समय रहते इसे संभाला नहीं गया तो हालात और गंभीर हो सकते हैं। दवा एसोसिएशन ने केंद्र सरकार से माग की है कि फार्मा उद्योगों विशेषकर लघु व मध्यम की खस्ता हालत को देखकर विशेष औद्योगिक पैकेज की अवधि 2020 तक बढ़ाई जाए, ताकि दवा कंपनिया व उनके घर नीलाम होने से बच सकें और ऐसी दुखद घटना दोबारा न हो। दूसरी ओर दवा उद्यमी राजेश गुप्ता, सतीश सिंगला, सुरेश गर्ग, मुनीष कुमार, अनुराग, राजेश कुमार बंसल, जितेंद्र दुआ, फेजल शेख, सुमित सिंगला, हरीश गोयल आदि ने उद्यमी राकेश दत्त के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार से फार्मा उद्योगों को राहत देने की मांग की है।