सूखे से खराब होने लगी नकदी फसलें
संवाद सहयोगी, सोलन : यूं तो पहाड़ी प्रदेश हिमाचल में आजकल बरसात का सीजन चल रहा है, लेकिन यहां के किसान-बागवान व आम लोग चिंतित हैं कि इस मौसम में भी पारा बढ़ रहा है। मानसून में बारिश की जगह लोगों को धूप की प्रचंड गर्मी सता रही है और इससे भी बुरा हाल ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों का है, जिनकी फसलें बिना आसमानी पानी के सूखने लगी है।
नकदी फसलों के लिए अग्रणी जिला सोलन में पिछले करीब 15 दिन से बारिश नहीं हुई है, जिससे फसलें सूखने लगी हैं। यहां पर इन दिनों मुख्य रूप से टमाटर, शिमला मिर्च, फ्रासबीन, अदरक व मक्की की फसलें लगी हुई हैं, जो पानी की कमी के कारण ग्रोथ नहीं पकड़ पाई। टमाटर व शिमला मिर्च में गर्मी से फल जल्दी-जल्दी पक रहे हैं व आगे चाल रुक गई है। जिला में अगेती फसलों को तो समय पर पानी मिल गया था, लेकिन अब पिछेती फसलों को बिना पानी के अधिक नुकसान हो रहा है। मक्की के पौधे तीन-चार फुट से अधिक नहीं बढ़ पाए हैं। फसलें सूखने की स्थिति में जिला के किसानों के लिए अन्न व धन का संकट पैदा हो जाएगा। यहां के ग्रामीण क्षेत्रों के अधिकतर लोग कृषि कार्यो पर ही निर्भर हैं और यदि फसलें खराब होती हैं तो किसानों को दाल रोटी के भी लाले पड़ जाएंगे। जिला के अर्की, नालागढ़, कुनिहार, सुबाथू, सोलन, चायल, नौणी में कई दिन से आसमान से बारिश की बूंद भी नहीं गिरी है। किसान पानी के लिए आसमान की तरफ निहारकर भगवान से बारिश दुआ मांग रहे हैं। सोलन में शाम के समय हर रोज बादल घिरते तो हैं लेकिन बिना बरसे ही गायब हो जाते हैं।
जिला सोलन में रोजाना धूप के कारण गर्मी बढ़ रही है सोमवार को अधिकतम तापमान 30 डिग्री के भी पार चला गया। नौणी विवि में अधिकतम तापमान 30.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री रहा। अभी आने वाले कुछ दिनों में भी बारिश की संभावना नहीं है।
डॉ. वाईएस परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के पर्यावरण विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एसके भारद्वाज ने बताया कि कई दिन से तापमान बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि अगले दो-तीन दिनों में बारिश होने की संभावना नहीं है, जिससे तापमान बढ़ने का यह क्रम जारी रहने की उम्मीद है।