मुख्यमंत्री ने पांवटा को दी करोड़ों की सौगातें
जागरण संवाददाता, नाहन : मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने तीन दिवसीय सिरमौर दौरे के दौरान करोड़
जागरण संवाददाता, नाहन : मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने तीन दिवसीय सिरमौर दौरे के दौरान करोड़ों रुपये की सौगातें जिले को दीं। इस दौरान बुधवार को पावटा साहिब विधानसभा क्षेत्र में 4.86 करोड़ रुपये की लागत से बद्रीपुर में निर्मित 33/11 केवी के विद्युत उप केंद्र, 94 लाख रुपये की लागत से निर्मित कुंजा मतरालियों जलापूर्ति योजना का लोकार्पण, रामपुरघाट में 3.76 करोड़ रुपये से निर्मित 13/11 केवी के नियंत्रित विद्युत उपकेंद्र, 1.78 करोड़ रुपये से निर्मित तारूवाला पेयजल आपूर्ति योजना का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने भरली में महाविद्यालय भवन की आधारशिला रखी, जिसके लिए आरंभ में पाच करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। तीन दिवसीय दौरे के दौरान 60.12 करोड़ रुपये की विभिन्न योजनाओं के लोकार्पण किए।
मुख्यमंत्री ने ट्रासगिरी के भरली, आजभोज में महाविद्यालय की आधारशिला रखने के उपरांत कहा कि महाविद्यालय का नाम नाजकीय महाविद्यालय आजभोज-भरली रखा जाएगा और प्राध्यापकों के लिए कॉलेज के समीप आवासीय सुविधा भी उपलब्ध होगी। उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर को 30 बिस्तरों का करने की घोषणा की, साथ ही लोक निर्माण विभाग के राजपुर उपमंडल का पुनर्गठन करने और राजपुर में उपतहसील खोलने की माग पर सरकार विचार कर रही है। विधायक किरणेश जंग ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
इस अवसर पर सीपीएस विनय कुमार, राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष जीआर मुसाफिर, हिमफेड के अध्यक्ष अजय बहादुर, जिला काग्रेस समिति के अध्यक्ष अजय सोलंकी, जिला परिषद के अध्यक्ष दिलीप चौहान, स्थानीय काग्रेस नेता जग्गीराम आदि मौजूद थे।
-----------------
करनेश जंग होंगे पांवटा से कांग्रेस के उम्मीदवार : वीरभद्र
विधानसभा पांवटा साहिब से वर्तमान निर्दलीय विधायक एवं काग्रेस के एसोसिएट सदस्य किरनेश जंग को ही आगामी विधानसभा चुनाव में काग्रेस पार्टी टिकट देगी। यह बात मुख्यमंत्री ने भरली जनसभा को संबोधित करते हुए कहकर सभी अटकलों पर विराम लगा दिया।
-------------
स्वस्थ होनी चाहिए आलोचना
वीरभद्र सिंह ने कहा कि वह कभी भी भाजपा की तरह आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं करते हैं और न ही किसी की बुराई करते हैं। विचारधारा का अलग होना स्वाभाविक है, लेकिन आलोचना स्वस्थ होनी चाहिए।
---------------
मैं भी पहनता था लाल टोपी
हिमाचली टोपियों के अलग-अलग रंगों पर उन्होंने कहा कि राज्य भाजपा में उनके भी अनेक मित्र हैं, जो लाल हिमाचली टोपी पहनते हैं और वोट काग्रेस को करते हैं। राजनीति के शुरुआती दौर में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो उस समय लाल टोपी पहनी थी।