नौहराधार में बनेगी लहसुन मंडी
जागरण संवाददाता, नाहन : श्रीरेणुकाजी विधानसभा क्षेत्र के नौहराधार क्षेत्र में जल्द ही लहसुन आधारित म
जागरण संवाददाता, नाहन : श्रीरेणुकाजी विधानसभा क्षेत्र के नौहराधार क्षेत्र में जल्द ही लहसुन आधारित मंडी स्थापित होगी। ऐसे में किसानों को लहसुन उत्पाद को घरद्वार पर ही विक्रय करने की सुविधा मिलेगी। यह बात मुख्य संसदीय सचिव विनय कुमार ने नौहराधार के समीप घंडूरी में उद्यान विभाग द्वारा आयोजित जिला स्तरीय बागवानी प्रशिक्षण शिविर के दौरान कही। आश्वासन देने के बाद उन्होंने कहा कि जिला सिरमौर के श्रीरेणुकाजी, पच्छाद और शिलाई क्षेत्र में हर वर्ष लहसुन की बंपर फसल होती है। इनमें सर्वाधिक उत्पादन नौहराधार व घंडूरी क्षेत्र में ही होता है। जिला के लगभग 1200 हेक्टेयर क्षेत्र में लगभग 20 हजार टन लहसुन का प्रतिवर्ष उत्पादन होता है। सीपीएस ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि मंडी स्थापित करने के लिए आवश्यक औपचारिकताएं शीघ्र पूरी की जाए। प्रदेश सरकार द्वारा किसानों व बागवानों को पॉवर टिल्लर और पावर स्प्रेयर खरीदने पर उपदान प्रदान करने पर चालू वित्तीय वर्ष के दौरान 12 करोड़ की राशि व्यय की जाएगी। विश्व बैंक के सहयोग से प्रदेश में 1134 करोड़ की बागवानी विकास परियोजना परियोजना इस वर्ष से कार्यान्वित की जा रही है।
इससे पहले सीपीएस ने विभिन्न प्रगतिशील बागवानों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस अवसर पर 22 बागवानों को सम्मानित भी किया गया। उनमें रघुनाथा, वेदप्रकाश, सुरेंद्र, वीरेंद्र, जगत सिंह, विजित और सेवाराम भी शामिल है। निदेशक उद्यान डॉ. एचएस बवेजा ने कहा कि राज्य में 75 हजार मिट्रिक टन फलों के भंडारण की व्यवस्था है, जिसे और बढ़ाया जाएगा। उन्होंने किसानों को लहसुन को वैज्ञानिक तरीके से पैदा करने बारे जानकारी दी। इसके अलावा निदेशक उद्यान सिरमौर डॉ. रामलाल कपिल, नौणी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ. मोनिका तोमर और डॉ. अमित विक्रम के अलावा उद्यान विभाग के विशेषज्ञ रितेश, बीएम चौहान, श्यामानंद, धीरेंद्र अत्री ने भी किसानों को टिप्स दिए।
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बागवानों ने बताई सेब संबंधी समस्या
नौहराधार क्षेत्र के बागवानों का प्रतिनिधिमंडल रमेश वर्मा की अध्यक्षता में घंडूरी में निदेशक उद्यान डॉ. एचएस बवेजा से मिला। उस दौरान बागवानों ने सेब संबंधी समस्याओं को लेकर निदेशक को ज्ञापन सौंपा। साथ ही आग्रह किया कि गत वर्ष नौहराधार और संगड़ाह क्षेत्र में उद्यान विभाग द्वारा उपलब्ध करवाए गए इटालियन सेब के पौधे में से अधिकाश सूख गए हैं और प्रभावित बागवानों को इस वर्ष नि:शुल्क सेब के पौधे उपलब्ध करवाए जाए। निदेशक ने बागवानों को इस समस्या पर विचार करने की बात कही है।