सराहा-चंडीगढ़ सड़क की कोलतार उखड़ी
संवाद सूत्र, नैनाटिक्कर : करोड़ों की लागत से बनी सराहा-चंडीगढ़ सड़क की लीपापोती से विभाग भली-भाति परिच
संवाद सूत्र, नैनाटिक्कर : करोड़ों की लागत से बनी सराहा-चंडीगढ़ सड़क की लीपापोती से विभाग भली-भाति परिचित है। वाबजूद इसके अधिकारी चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। वर्ष 2015-16 मे बिछाई गई 14/0 से 27/0 तक की कोलतार सड़क से गायब हो गई है। सड़क कार्य के महज कुछ महीनों में कोलतार रेत की तरह बिखर गई थी। इसमें 26/0 से 27/0 का भाग पूरी तरह उखड़ चुका है। इसे देखकर लगता है कि सड़क पर कभी कोलतार बिछाई ही नहीं होगी। यही हालत पीछे बिछाई गई कोलतार की है। सड़क पर जगह-जगह कोलतार उखड़ने से वह गड्ढों में बदल चुकी है। इससे क्षेत्रवासियों में विभाग के खिलाफ रोष है।
पाच दशक पूर्व हिमाचल निर्माता डॉ. वाईएस परमार ने पच्छाद के घिन्नीघाड़ वासियों के लिए सड़क की सौगात दी थी, ताकि वे सीधे चंडीगढ़ से जुड़ सकें, मगर सरकारी उदासीनता के चलते सुविधा के स्थान पर समस्या बन गई है। सड़क को विभाग ने पक्का करने की मुहिम 2007 में छेड़ी थी लेकिन आजादी के सात दशक पूरे होने पर भी सड़क के पक्के होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
जामन की सेर पंचायत के प्रधान बलदेव सिंह भंडारी, उपप्रधान रविंद्र शर्मा, टिक्करी कुठार पंचायत के प्रधान रामलाल, पूर्व प्रधान रमेश चौहान, पूर्व प्रधान नेत्र सिंह, काटली पंचायत के उपप्रधान हेमराम कश्यप, बीडी पराशर, सुरला जनोट पंचायत के प्रधान सतपाल पंवार, चाकली निवासी देवेंद्र शर्मा, प्रेम सिंह ठाकुर, विनय कुमार व अनिल शर्मा ने सरकार से माग की है कि सड़क को जल्द पक्का करवाया जाए।
----------------
सराहा-चंडीगढ़ सड़क पर उखड़ चुकी कोलतार को बिछाने के लिए ठेकेदार को कहा जाएगा। ठेकेदार को नोटिस भी दिए गए हैं। हाल ही में ठेकेदार ने इस पर कोलतार बिछाने का कार्य शुरू किया था, लेकिन गुणवत्ता सही न होने से रोक दिया गया था।
- महेश सिंघल, एक्सईएन, पीडब्लयूडी, राजगढ़