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17 घंटे फंसे रहे सैलानी, भूखे-प्यासे वाहनों में काटी रात

रोहतांग में फंसे लोगों का कहना है कि उन्हें प्रशासन की ओर से कोई गाइड लाइन नही मिली और न ही किसी ने उन्हे मढ़ी व कोकसर में रोका।

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 20 Jul 2017 12:03 PM (IST)Updated: Fri, 21 Jul 2017 09:28 AM (IST)
17 घंटे फंसे रहे सैलानी, भूखे-प्यासे वाहनों में काटी रात
17 घंटे फंसे रहे सैलानी, भूखे-प्यासे वाहनों में काटी रात

 मनाली, [संवाद सहयोगी] । लगातार हो रही बारिश से मनाली-लेह व मनाली-काजा मार्ग बार-बार अवरुद्ध हो रहा है। इस कारण सैलानियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार देर सायं राहनीनाला मे भूस्खलन होने से मनाली-लेह मार्ग अवरुद्ध हो गया। इस कारण सैलानी 17 घंटे तक फंसे रहे। मार्ग बंद होने से कुछ पर्यटक वाहन कोकसर लौट गए थे और कुछ सैलानी पैदल मढ़ी पहुंचे। रात होने के कारण अधिकतर सैलानी गाडि़यों में ही भूखे-प्यासे सोए रहे। बीआरओ ने बुधवार दोपहर एक बजे मार्ग बहाल किया।

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प्रशासन ने मंगलवार सायं दावा किया था कि भूस्खलन होता देख वाहनों को मढ़ी व कोकसर में रोका जा रहा है लेकिन रोहतांग में फंसे लोगों का कहना है कि उन्हें प्रशासन की ओर से कोई गाइड लाइन नही मिली और न ही किसी ने उन्हे मढ़ी व कोकसर में रोका। लाहुल निवासी रामदेव, अजीत, सोनम व राहुल ने बताया कि उन्होंने पांच बजे कोकसर से मनाली का रुख किया था। उन्हें कोकसर में नही रोका गया और वे राहनीनाला में भूस्खलन होने से फंस गए। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी मंगल चंद मनपा ने बताया कि पांच सरकारी बसे फंसी रहीं। इनमे करीब 200 यात्री सवार थे। एसडीएम एचआर बेरवा ने बताया कि राहनीनाला में सड़क पर भारी मलबा गिरा रहा है। इससे जोखिम बढ़ गया है। उन्होने सैलानियों व लोगो से आग्रह किया कि वे मौसम देखकर रोहतांग का रुख करे।

बीआरटीएफ के कमांडर कर्नल एके अवस्थी ने बताया कि भूस्खलन से अवरुद्ध हुए मार्ग को बुधवार दोपहर एक बजे सभी वाहनों के लिए बहाल कर दिया है। बीआरओ ने पुलिस व प्रशासन को भी अलर्ट किया है।


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