शिमला में आयकर विभाग व ईडी की दबिश
नोटबंदी के बाद आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक साथ शिमला में तीन ज्वैलर्स के प्रतिष्ठानों पर दबिश दी। यहां कुछ रिकार्ड को भी विभाग ने अपने कब्जे में लिया है।
जेएनएन, शिमला: नोटबंदी के बाद आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक साथ शिमला में तीन ज्वैलर्स के प्रतिष्ठानों पर दबिश दी। अहमदाबाद, दिल्ली और चंडीगढ़ की आयकर विभाग व प्रवर्तन निदेशालय की टीमों ने बुधवार सुबह करीब आठ और नौ बजे के मध्य शिमला में महाशय, सत्या और शील ज्वैलर्स की दुकानों और घरों में दबिश दी। टीमें सीधी ज्वैलर्स के घरों पर पहुंची और वहां पर रखे सामान सहित अन्य रिकॉर्ड को खंगालना शुरू किया व बाद में दुकानों में रिकॉर्ड की जांच की।
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आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय के करीब 35 अधिकारी तीन टीमों में बंट गए और तीनों ज्वैलर्स की दुकानों व घरों में रिकॉर्ड को जांचना शुरू किया। दुकानों में रखे हीरो सहित सोने और चांदी के गहनों की जांच की और इनकी सूची बनाई। इस दौरान अधिकारियों ने कच्ची स्लिपो और उसके बाद जितने भी रजिस्टर थे उन्हे कब्जे में ले लिया। बताया जा रहा है कि आयकर विभाग के अफसर ज्वैलर्स की ओर से भरी गई आयकर रिटर्न से संबंधित दस्तावेजों को भी अपने साथ लाए थे। दबिश के दौरान दुकान मालिक सहित सभी कर्मचारियों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए। इस दौरान छह गनमैन के साथ अधिकारी जांच में जुटे रहे।
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दुकानों व घरों में प्रवेश पर रोक
दबिश के दौरान ज्वैलर्स की दुकानों और घरों में किसी भी बाहरी व्यक्ति और उपभोक्ताओ के प्रवेश पर रोक लगाई गई थी। इस दौरान कर्मचारियों के आने-जाने पर भी पाबंदी लगाई गई थी।
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जांच के बाद मांगा जाएगा जवाब
जांच अधिकारियों की ओर से सभी स्टॉक, नकदी, जमीन, जायदाद और बैंक खातों का रिकॉर्ड तैयार करने के बाद इस संबंध में जवाब मांगा जाएगा। जांच अधिकारी हर सामान का रिकॉर्ड तैयार कर रहे है। रिकॉर्ड की जांच में किसी भी तरह की अनियमितताएं सामने आने पर जवाब मांगा जाएगा। रिकॉर्ड खंगालने के बाद ही तथ्य सामने आएंगे कि आखिर कोई अनियमितताएं तो नहीं है। नोटबंदी के बाद कालेधन को सफेद किए जाने की जांच के लिए आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय धन्नासेठो की आय और संपति की जांच कर रहे है।