ओलावृष्टि, तूफान से बागवानी को 200 करोड़ का नुकसान
पहली से 31 मई तक हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण बागवानी को 200.09 करोड़ का नुकसान पहुंचा है। ...और पढ़ें

शिमला, राज्य ब्यूरो। प्रदेश की चार हजार करोड़ की फल आर्थिकी पर मौसम की बेरुखी इस बार भारी पड़ गई। ओलावृष्टि और तूफान के कारण प्रदेश में अभी तक बागवानी को 200.09 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। दो महीने में मौसम के बिगड़े मिजाज ने प्रदेश के बागवानों की कमर तोड़ दी है। पहली से 31 मई तक हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण बागवानी को 200.09 करोड़ का नुकसान पहुंचा है।
प्रदेश में 35,126 हेक्टेयर क्षेत्र में फलों को नुकसान हुआ है। इससे 53,859 किसान प्रभावित हुए हैं। ऐसे में नुकसान का ये आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। फ्लावरिंग के समय हुई बेमौसमी बारिश के कारण कम और मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पहले ही कम फसल बताई जा रही है।विभाग ने इस माह ओलावृष्टि से हुए नुकसान की भी रिपोर्ट मांग ली है। ओलावृष्टि से प्रदेशभर में करीब 4000 फलदार पेड़ और 2500 छोटे पौधे पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं। बागवानी निदेशालय तक पहुंची नुकसान की रिपोर्ट के आंकड़ों के मुताबिक सबसे अधिक नुकसान शिमला जिले के बागवानों को हुआ है। उसके बाद कुल्लू और मंडी जिले है।
भारी बारिश और ओलावृष्टि से अभी तक बागवानों को 200.9 करोड़ का नुकसान हुआ है। रिपोर्ट सरकार को भेज दी गई है। इस माह हुए नुकसान की भी फील्ड से रिपोर्ट मांगी गई है। - बीएस गुलेरिया, उपनिदेशक (योजना) बागवानी विभाग।कहां कितना नुकसानशिमला में 115.93 करोड़ का नुकसान शिमला 115.93 करोड़ कुल्लू 52 करोड़ मंडी 33.9 करोड़।
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