कांग्रेस और माकपा पार्षद खिसके, नहीं बने मेयर और डिप्टी मेयर
जागरण संवाददाता, शिमला : नगर निगम के नवनिर्वाचित पार्षदों को सोमवार को शहरी विकास विभाग के निदेशक डी
जागरण संवाददाता, शिमला : नगर निगम के नवनिर्वाचित पार्षदों को सोमवार को शहरी विकास विभाग के निदेशक डीके गुप्ता ने पद एवं गोपनीयता की शपथ बचत भवन में दिलवाई। लेकिन कोरम पूरा न होने के कारण मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव नहीं हो पाया। अब मंगलवार सुबह करीब 11 बजे मेयर और डिप्टी मेयर चुने जाएंगे। भाजपा कार्यकर्ताओं से खचाखच भरे बचत भवन में सभी 34 पार्षदों ने शपथ ग्रहण की। इस दौरान जहा काग्रेस कार्यकर्ता शात बैठे थे। वहीं, उत्साह से लबरेज बीजेपी कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए। शपथ ग्रहण समारोह के बाद शहरी विकास विभाग के निदेशक डीके गुप्ता ने इस समारोह के समापन की घोषणा की। इसी बीच कांग्रेस और माकपा समर्थित पार्षद सदन छोड़कर चले गए। मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव करने के लिए 26 सदस्यों का होना आवश्यक है, लेकिन सदन में 19 पार्षद ही रह गए। निदेशक डीके गुप्ता ने सवा चार बजे तक का समय सभी पार्षदों को आने का दिया था, लेकिन कोई भी कांग्रेस और माकपा समर्थित पार्षद सदन में नहीं लौटा। इसी बीच भाजपा नेताओं ने निदेशक के सामने दलील दी कि हाईकोर्ट के निर्देश के अनुसार 19 जून को हर हाल में मेयर और डिप्टी मेयर का गठन होना चाहिए। इसी बीच प्रशासन ने तर्क दिया कि सभी पार्षदों को शपथ दिलवाकर निगम का गठन कर दिया है। फिर निदेशक ने मंगलवार 11 बजे मेयर डिप्टी मेयर चुनाव की तिथि तय की।
गर्दन झुकाए काग्रेस समर्थक पार्षद बाहर निकले
जैसे ही शपथ समारोह समाप्त हुआ तो कसुम्पटी के विधायक अनिरुद्ध सिंह ने पूर्व पार्षद नरेंद्र सिंह को अपने पास बुलाया और उसके कान में कुछ कहा। फिर पूर्व पार्षद ने सबसे अंत में बैठे नवनियुक्त पार्षद इंद्रजीत के कान में कुछ कहा और सभी पार्षदों के साथ यही किया। पांच मिनट बाद कांग्रेस समर्थित पार्षदों ने सदन से निकलना शुरू कर दिया।
माकपा पार्षद भी सदन से निकली
एकमात्र माकपा समर्थित पार्षद शैली शर्मा ने भी शपथ ग्रहण करने के बाद आगामी बैठक से किनारा कर लिया और उठकर कर सदन से चली गई। पार्षद शैली शर्मा ने कहा कि मैं कांग्रेस और भाजपा पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़कर आई हूं। पार्टी के आदेश थे तो मैं बैठक से चली आई। वैसे भी मेरे रहने से कोरम पूरा नहीं होना था। जनता के मुद्दों के लिए मैं लड़ूंगी।
किसी ने नहीं सुनी निदेशक की बात
शपथ समारोह के दौरान भाजपा कार्यकर्ता भारी तादाद में बचत भवन में मौजूद रहे। निदेशक ने पहले मेयर व डिप्टी मेयर का चुनाव करवाने का फैसला किया। इसी बीच पार्षदों को छोड़कर मौजूद लोगों को सदन से बाहर जाने को कहा, लेकिन करीब आधे घंटे तक कोई भी सदन से बाहर नहीं गया। बाद में स्थानीय विधायक सुरेश भारद्वाज ने भाजपा कार्यकर्ताओं को समझाया और बाहर भेजा। इस दौरान बीजेपी के तमाम बड़े नेता, जिनमें बीजेपी अध्यक्ष सतपाल सत्ती, विधायक राजीव बिंदल, समेत कई पदाधिकारी शामिल थे।
इन पार्षदों ने ली शपथ
छोटा शिमला वार्ड से पार्षद विदूशी शर्मा, भराड़ी से तनुजा चौधरी, रामबाजार से सुषमा कुठियाला, कैथू से सुनील धर, रुलदूभट्टा से संजीव, नाभा से सिम्मी नंदा, शांति विहार से शारदा चौहान, समरहिल से शैली शर्मा, लोअर ढली से शैलेंद्र चौहान, संजौली चौक से सत्या कौंडल, कच्ची घाटी से संजय परमार, कंगना धार से रीनू चौहान, भट्टाकुफर से रीता ठाकुर, पंथाघाटी से राकेश शर्मा, कसुम्पटी से राकेश चौहान, विकासनगर से रचना, खलीनी से पूर्णमल, सांगटी से मीरा शर्मा, अनाडेल से कुसुम सदरेट, न्यू शिमला से कुसुम लता, मल्याणा से कुलदीप ठाकुर, बालूगंज से किरण बावा, बैनमोर से किमी सूद, ढली से कमलेश मेहता, फागली से जगजीत सिंह बग्गा, लोअर बाजार से इंद्रजीत, मजियाठ से दिवाकर, कनलोग से बृज सूद, कृष्णानगर से बिट्टू कुमार पन्ना, पटयोग से आशा, इंजनघर से आरती चौहान, जाखू से अर्चना धवन, टूटीकंडी से आनंद कौशल, टुटू से विवेक शर्मा ने शपथ ग्रहण की।