गंदगी के ढेर परेशानी के साथ बने खतरा
संवाद सहयोगी, शिमला : राजधानी शिमला में जगह-जगह लगे गंदगी ढेर जहां परेशानी का सबब बने हुए हैं वहीं इ
संवाद सहयोगी, शिमला : राजधानी शिमला में जगह-जगह लगे गंदगी ढेर जहां परेशानी का सबब बने हुए हैं वहीं इस कारण लावारिस पशुओं भी लोगों के लिए खतरा बनने जा रहे हैं। इस संबंध में स्थानीय निवासी सिया करोल ने नगर शिमला के मेयर व आयुक्त से मामले की शिकायत की है। उन्होंने मांग की है कि जल्द इस समस्या से निजात दिलाई जाए। लावारिस पशु गंदगी के ढेरों पर मुंह मारते रहते हैं और वहां से नजदीक से गुजरने वाले लोगों पर हमला तक करने पर उतारु हो जाते हैं। इस कारण अभिभावक बच्चों को स्कूल अकेले भेजने से कतराने लगे हैं।
शिमला के लोअर बाजार में कुछ ऐसा ही हाल है। यहां पर जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे रहते हैं। साथ ही यहां पर गंदगी से भरी बोरियां रखी हुई हैं। इन पर लावारिस पशु मारते रहते हैं। लोअर बाजार को माल रोड से जोड़ने वाली सीढि़यों पर प्रशासन ने कूड़ादान स्थापित किया है। इन सीढि़यों पर लोगों की सबसे अधिक आवाजाही रहती है। गंदगी और बंदरों के कारण यहां से गुजरना मुश्किल हो गया है।
स्थानीय दुकानदारों ने कई बार प्रशासन से इस कूड़ादान को यहां से उठाने की मांग की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। कूड़ादान के साथ ही एक शौचालय बना है। इसकी हालत भी खस्ता बनी हुई है। वहीं साथ ही में एक और शौचालय है। इसे बंद करने की भी लोगों ने मांग की थी इसे कुछ समय के लिए लोगों ने स्वयं बंद कर दिया था लेकिन बाद में फिर से शौचालय को खोल दिया गया है। गंदगी व शौचालय की बदबू से लोगों व दुकानदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सीढि़यों पर लगे गंदगी के ढेरों पर बंदर व कुत्ते मुंह मारते रहते हैं।