हुजूर..नाले का पानी पीने के लिए हुए मजबूर
जागरण संवाददाता, शिमला : निकटवर्ती ग्राम पंचायत मल्याणा के शकराला गांव में 11 दिनों से पानी की आपूर्
जागरण संवाददाता, शिमला : निकटवर्ती ग्राम पंचायत मल्याणा के शकराला गांव में 11 दिनों से पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। इस कारण ग्रामीण पेयजल की बूंद-बूंद के लिए मोहताज हैं। लोगों को पानी के लिए कई किलोमीटर भटकने के बाद नालों का गंदा पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
पंचायत प्रधान ममता चौहान व शकराला गांव की वार्ड पंच लज्जा देवी ने बताया कि बिना पानी के गांव में रहना मुश्किल हो रहा है। सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग की ओर से 11 दिनों से पानी की आपूर्ति नहीं की जा रही है। यदि कभी पानी आ भी जाए तो रात को 11 बजे के बाद आता है जिसे ग्रामीण भर नहीं पाते हैं। गांव में करीब 200 लोग रहते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में एक हैंडपंप है जिसमें पर्याप्त पानी नहीं है। हैंडपंप से भी गंदा पानी निकलता है। ग्रामीणों को दो किलोमीटर दूर नाले से सिर पर पेयजल ढोना पड़ रहा है। पानी की कमी से पशु प्यासे रह रहे हैं। इस संबंध में विभाग के अधिकारियों से लिखित शिकायत भी की गई है मगर इसके बावजूद पेयजल की आपूर्ति सुचारू नहीं हो रही है। शकराला गांव में स्थित आश्रम में 20 अनाथ बच्चों को भी पानी की किल्लत झेलनी पड़ रही है। आश्रम प्रबंधन प्रतिदिन पानी का टैंकर मंगवा कर गुजारा कर रहा है।
एक सप्ताह में दूर होगी समस्या
पंचायत प्रधान ममता चौहान की अध्यक्षता में शुक्रवार को ग्रामीणों का प्रतिनिधिमंडल आइपीएच विभाग के अधीक्षण अभियंता सुमित सूद से मिला। उन्होंने आश्वासन दिया कि एक सप्ताह के भीतर गांव में पानी की समस्या को दूर कर दिया जाएगा।