बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है मां का दूध
जागरण संवाददाता, शिमला : शिशु के जन्म एक घटे के भीतर उसे मा द्वारा स्तनपान करवाने के लिए विशेष जागर
जागरण संवाददाता, शिमला : शिशु के जन्म एक घटे के भीतर उसे मा द्वारा स्तनपान करवाने के लिए विशेष जागरूकता अभियान आरंभ किया गया है। शिशु के जन्म से एक घटे के भीतर उसे स्तनपान करवाने का 100 फीसद लक्ष्य निर्धारित किया गया।
उपायुक्त शिमला रोहन चंद ठाकुर ने बुधवार को शिमला में इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह जानकारी दी। रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य मानकों के अनुसार स्तनपान करवाना, जन्म के तुरंत बाद एक घटे के भीतर ही शुरू किया जाना चाहिए। बच्चे के जन्म के बाद छह महीने तक केवल स्तनपान करवाया जाना चाहिए। बच्चे के जन्म के एक घटे के भीतर स्तनपान करवाने के लिए माताओं को जागरूक करने के लिए विशेष जागरूकता अभियान के तहत विभिन्न गतिविधिया आयोजित की जाएंगी, जिसमें पोस्टर, होर्डिग्स व प्रचार सामग्री द्वारा माताओं को प्रोत्साहित किया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि बच्चे के जन्म के एक घटे के भीतर स्तनपान करवाने के बारे में डाटा भी एकत्रित किया जाएगा, ताकि इस कार्य को और बेहतर तरीके से करने के लिए योजना बनाई जा सके।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज मित्तल ने बताया कि मा द्वारा स्तनपान करवाने से बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और यह बच्चे को भविष्य में कई प्रकार के संकमणों से भी बचाता है। स्तनपान करवाना बच्चों में मृत्युदर को कम करता है। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त शिमला राकेश कुमार प्रजापति, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज मित्तल, जिला कार्यक्रम अधिकारी (स्वास्थ्य) डॉ. मनीश सूद, उप निदेशक शिक्षा अजय शर्मा, डीपीओ राकेश भारद्वाज, स्वास्थ्य विशेषज्ञ और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।