सफाई व्यवस्था से संतुष्ट हुई केंद्रीय टीम
जागरण संवाददाता, शिमला : नगर निगम शिमला ने जो भी प्रयास और स्वच्छ शहर बनाने के लिए उठाए थे, वे सभ
जागरण संवाददाता, शिमला : नगर निगम शिमला ने जो भी प्रयास और स्वच्छ शहर बनाने के लिए उठाए थे, वे सभी केंद्रीय स्वच्छता टीम को काफी भा गए हैं। केंद्रीय टीम के सदस्य हैरान थे कि पहाड़ी शहर में सफाई व्यवस्था को लेकर समय का कितना ध्यान रख गया है। डोर टू डोर गारवेज कलेक्शन योजना एवं स्वच्छ शौचालय ने नगर निगम के खाते में अधिक रेटिंग की उम्मीद और बढ़ा दी है।
नगर निगम की सफाई व्यवस्था को देखकर केंद्र की स्वच्छता टीम काफी हद तक संतुष्ट हुई है। दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को टीम ने कृष्णानगर, लालपानी, इजनघर, संजौली व भड़याल कूड़ा संयंत्र का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम का फोक्स शौचालय की सफाई और गारवेज सस्टम पर रहा। शिमला में डोर टू डोर गारवेज प्रणाली को देखकर टीम के सदस्य प्रभावित हुए और भड़याल कूड़ा संयंत्र में कूड़े के निष्पादन के बारे में जाना। वहीं निरीक्षण के दौरान शौचालय की सफाई व्यवस्था की फोटो भी ऑनलाइन माध्यम से भेजी जा रही थी। टीम बुधवार को दिल्ली वापस लौटेगी।
कृष्णानगर वार्ड में नाक बंद कर गुजरी केंद्रीय टीम
सफाई व्यवस्था के लिए हमेशा ही चर्चा में रहने वाला कृष्णानगर वार्ड हालांकि बाकि दिनों की अपेक्षा स्वच्छ दिखा लेकिन सीवरेज की बदबू से टीम के सदस्यों और नगर निगम के सेनेटरी इंस्पेक्टर नाक बंद करके रास्ता क्रास करते नजर आए। इस वार्ड में अभी भी सौ फीसद सीवरेज कनेक्टिविटी नहीं है ऐसे में बदबू से लोगों का जीना मुश्किल है। पुराने स्लाटर हाउस के समीप नगर निगम ने हाल ही में सीवरेज लाइन बिछाने के लिए 17 लाख का एस्टीमेट बनाया है लेकिन अभी भी लोग सीवरेज को नाले में ही बहाने को मजबूर है। टीम ने निरीक्षण के दौरान रास्तों, गलियों और शौचालय की सफाई व्यवस्था की जाच की। स्वच्छता टीम में तीन सदस्य निरीक्षण पर हैं। इसे एक सदस्य को कार्यालय का रिकॉर्ड खंगालने का जिम्मा सौंपा गया है।
ऑनलाइन माध्यम से दी जा रही जानकारी
शिमला शहर की सफाई व्यवस्था की रिपोर्ट ऑनलाइन माध्यम से भी केंद्र को भेजी जा रही है। इसके साथ ही टीम सर्वेक्षण के आधार पर भी रिपोर्ट तैयार करेगी और इसी रिपोर्ट को केंद्र सरकार को सौंपा जाना है। उसके बाद 500 शहरों की प्रतियोगिता में शिमला शहर की रैंकिंग तय की जानी है।
स्वच्छता टीम ने लगभग पूरे शहर का दौरा किया है। बुधवार को टीम वापस दिल्ली रवाना होगी।
प्रशांत सरकैक, सहायक आयुक्त, नगर निगम, शिमला