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साहसिक गतिविधियों के लिए विकसित होगी चांशल : वीरभद्र

राज्य ब्यूरो, शिमला : मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा है कि शिमला जिला के दूरदराज क्षेत्र डोडरा क्वा

By Edited By: Published: Thu, 27 Oct 2016 08:34 PM (IST)Updated: Thu, 27 Oct 2016 08:34 PM (IST)
साहसिक गतिविधियों के लिए
विकसित होगी चांशल : वीरभद्र

राज्य ब्यूरो, शिमला : मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा है कि शिमला जिला के दूरदराज क्षेत्र डोडरा क्वार को जोड़ने वाली चांशल घाटी को साहसिक गतिविधियों के लिए विकसित किया जाएगा। चाशल घाटी में साहसिक गतिविधियों तथा चाशल की 4520 मीटर की ढलानों पर स्कीइंग शुरू करने की अपार संभावनाएं हैं।

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मुख्यमंत्री ने प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड की आठवीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि 3978 मीटर ऊंचे रोहताग दर्रे के मुकावले चाशल घाटी में आगंतुकों के लिए बहुत कुछ है। अन्य सुविधाओं सहित इस क्षेत्र में सड़क नेटवर्क में सुधार लाने के प्रयास किए जाएंगे। चांशल घाटी में ट्रैकिंग, पैराग्लाइडिंग, रीवर रॉफ्टिंग व स्कीइंग होगी। बैठक में कुछ रज्जू मार्ग परियोजनाओं के लिए छूट प्रदान करने पर भी चर्चा की गई। इन रज्जू मार्गो के लिए कई बार निविदाएं आमंत्रित करने के बावजूद उपयुक्त अभिव्यक्ति प्राप्त नहीं हुई है। पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिये पट्टे पर देने के बजाए बद्दी में एडवेंचर पार्क अथवा गोल्फ कोर्स विकसित करने के सुझाव आए। झटिंगरी (मंडी), कुल्लू जिला के बंजार में शोझा तथा सिरमौर जिला के सुकेती को विकसित करने के लिए निवेशकों को आकर्षित करने के लिए बोली मानदंडों को पुन: बनाने का निर्णय लिया गया। कागड़ा की तर्ज पर पौंग डैम परिसर में किसी भी स्थान पर महाराणा प्रताप की प्रतिमा स्थापित करने का सुझाव भी दिया गया। बैठक में शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा, मुख्य संसदीय सचिव, मनसा राम, विजय सिंह मनकोटिया, मुख्य सचिव वीसी फारका, जीएडी के सचिव मोहन चौहान आदि उपस्थित थे।

विकसित हो रहीं रज्जू मार्ग परियोजनाएं

प्रदेश अधोसंरचना विकास बोर्ड के माध्यम से विभाग रज्जू मार्ग परियोजनाओं को विकसित करने की प्रक्रिया में लगा है। इनमें 150 करोड़ रुपये की धर्मशाला से मैकलोडगंज परियोजना भी है जिसके लिए वन संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत सैद्धातिक मंजूरी प्रदान की जा चुकी है। 8.63 किलोमीटर पलचान से रोहताग रज्जू मार्ग परियोजना तथा भुंतर से बिजली-महादेव रज्जू मार्ग परियोजना के लिए बोली स्वीकार कर ली गई है और अनुबंध हस्ताक्षर करने के लिए औपचारिकताओं की प्रक्रिया जारी है।

बस अड्डों में होगा सुधार

मुख्यमंत्री ने धर्मशाला, डलहौजी, कुल्लू, मंडी, चिंतपूर्णी, नाहन, ऊना, हमीरपुर व ढली, शिमला बस अड्डों के सुधार के निर्देश दिए।

पर्यटन प्रोत्साहन के लिए बनेंगी फिल्में

बोर्ड ने पर्यटन को प्रोत्साहित करने वाली फिल्में बनाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी प्रदान की। इसके लिए आरंभ में 50 लाख रुपये निर्धारित किए गए हैं तथा इसकी निविदाओं को भी अंतिम रूप दिया जा चुका है। किन्नौर जिले में सपनी किले के जीणरेंद्धार एवं बहाली कार्य को एकमुश्त पूरा करने का सुझाव दिया गया। शिमला जिले के पंद्रह-बीश क्षेत्र के सरपारा में नौ-नाग झील के विकास एवं सुंदरीकरण तथा शिमला शहर में वर्षाशालिका एवं सार्वजनिक शौचालयों के निर्माण को राशि प्रदान करने को भी मंजूरी दी गई है।

मनकोटिया ने उड़ानों पर जताई चिंता

पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष विजय सिंह मनकोटिया ने कहा कि पौंग बाध में व्यावसायिक गतिविधिया शुरू करने को राज्य सरकार के साथ भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड से बैठक करने का कई बार आग्रह करने के बाबजूद बीबीएमबी अधिकारी मंद दृष्टिकोण अपना रहे हैं। हवाई अड्डे के विकास और शिमला के लिए उड़ानों पर उन्होंने चिंता जाहिर की।


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