हॉस्टल में मिले दराट व तलवारें
जागरण संवाददाता, शिमला : हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में मंगलवार शाम पुलिस ने छापामारी की। पुल
जागरण संवाददाता, शिमला : हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में मंगलवार शाम पुलिस ने छापामारी की। पुलिस ने जीएच हॉस्टल, टैगोर श्रीखंड व एसबीएस हॉस्टल के कमरों की तलाशी ली। पुलिस ने यहां से दराट, तलवारें, खुखरी, रॉड, डंडे, पत्थर व शराब की बोतल बरामद की।
पुलिस अधीक्षक को सूचना मिली थी कि हॉस्टलों में विद्यार्थियों ने तेजधार हथियार रखे हुए हैं। पुलिस ने क्यूआरटी व सुरक्षा टीम के साथ कमरों की तलाशी ली। जिन कमरों में विद्यार्थी नहीं थे और खुले पड़े हुए थे। उनमें भी हथियार मिले। इस दौरान कई ऐसे विद्यार्थी मिले, जिन्हें हॉस्टल आवंटित ही नहीं था। पुलिस ने उन विद्यार्थियों को हॉस्टल से बाहर भेज दिया। एसबीएस हॉस्टल से कई विद्यार्थी घरों के लिए रवाना हो गए। पुलिस ने बड़ी मात्रा में तेजधार हथियार बरामद किए हैं। पुलिस बल भारी मात्रा में तैनात कर दिया गया है। इसके साथ ही पुलिस की गुप्त सूचना टीम भी हॉस्टल में तैनात की गई है।
दिन भर चैकिंग करते रहे एसपी
पुलिस अधीक्षक डीडब्ल्यू नेगी ने मंगलवार को स्वयं विवि परिसर में पहुंचे। सुबह से लेकर देर रात तक डटे रहे। विवि के चप्पे-चप्पे में पुलिस अधीक्षक ने क्यूआरटी के साथ मिलकर चेकिंग की। वहीं जिन विद्यार्थियों पर संदेह हो रहा था, उनके पहचानपत्र भी चेक किए। पुलिस अधीक्षक ने एसएफआइ कार्यकर्ताओं को आर्ट्स ब्लॉक व एबीवीपी कार्यकर्ताओं को पिंक पैटल से आगे हिलने नहीं दिया। इस दौरान डीएसपी राम लाल बंसल, एसएचओ बालूगंज संजीव कुमार भी मौजूद थे।
एसएफआइ के तीन और कार्यकर्ता गिरफ्तार
हत्या के प्रयास के मामले में अभी तक कुल 15 एसएफआइ के कार्यकर्ता पुलिस ने गिरफ्तार कर लिए हैं। पुलिस ने मंगलवार को एसएफआइ के तीन और कार्यकर्ता गिरफ्तार किए। इनमें विक्रम सिंह ठाकुर, जीवन और अमरजीत समरपाल शामिल है। तीनों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहीं इस मामले में पहले ही एसएफआइ के नोवल कुमार ठाकुर, बलजिंद्र सिंह, रोहित कुमार, गुरमीत भारद्वाज, अनिल वर्मा, नरेंद्र कुमार, अनिल कपूर, शेर सिंह, राकेश कुमार, राम कुमार, सूर्यकांत, कयूम खान गिरफ्तार हैं, जिन्हें सात अक्टूबर तक पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। शेष आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करेगी। एबीवीपी और एसएफआई की छात्राओं ने लिखित में शिकायत दी है। लेकिन कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है।
पुलिस अधीक्षक, डीडब्लयू नेगी