Move to Jagran APP

अब पता लगेगी स्कूली शिक्षकों की कमजोरी

राज्य ब्यूरो, शिमला : सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे शिक्षकों की कमजोर कड़ियां अब उजागर होगी। किस शिक्षक

By Edited By: Published: Sat, 04 Jul 2015 08:17 PM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2015 08:17 PM (IST)
अब पता लगेगी स्कूली शिक्षकों की कमजोरी

राज्य ब्यूरो, शिमला : सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे शिक्षकों की कमजोर कड़ियां अब उजागर होगी। किस शिक्षक की अपने विषय में पकड़ कितनी ढीली है और बच्चों की पढ़ाई पर शिक्षक की कौन सी कमी भारी पड़ रही है। शिक्षकों की ऐसी कमियों को अब हर साल खंगाला जाएगा। साथ ही ये भी पता लगाया जाएगा कि अध्यापक पढ़ाने में कहां असफल हो रहे हैं और इससे क्या व कितना फर्क पड़ रहा है। इसका सारा लेखा-जोखा सर्व शिक्षा अभियान तैयार करेगा। इंपलीमेंटेंशन इन एजूकेशन डिपार्टमेंट प्रोजेक्ट के तहत जिसके लिए सीएसएम टेक्नोलॉजी कंपनी से करारनामा हुआ है। जो बीते वर्ष से शिक्षकों का डाटा बेस तैयार करेगी। प्रथम चरण में हमीरपुर, कांगड़ा, ऊना, मंडी जिला में पढ़ा रहे अध्यापकों का फीडबैक लिया जा रहा है, यदि यह प्रोजेक्ट कारगर रहा तो सभी जिला की इस तरह की रिपोर्ट तैयार होगी।

loksabha election banner

इस प्रोजेक्ट के तहत यह रिकॉर्ड भी तैयार किया जा रहा है कि साल में शिक्षक कितनी बार व किन विषयों में प्रशिक्षण प्राप्त करने गया।

किसी जिला का कोई शिक्षक ऐसा तो नहीं जिसने आज तक कभी भी सर्व शिक्षा अभियान के तहत ट्रेनिंग नहीं ली या एक ही बार आए। बार -बार प्रशिक्षण लेने वाली सूची में जिनके नाम होंगे, फिर उनकी कक्षा के परिणाम देखे जाएंगे। यदि उनकी कक्षा के बीते सालों व अब के परीक्षा परिणाम बार-बार प्रशिक्षण लेने के बाद भी खरे नहीं है तो उनसे विभाग जवाब तलब करेगा, जबकि डाटा बेस बनने से कक्षा छोड़ कर अधिकांश समय बाहर रहने वाले अध्यापकों पर तो गाज गिरेगी ही। एमआइएस प्रोजेक्ट के तहत स्कूल प्रशासन अपनी कंप्यूटर लैब से शिक्षक व छात्र संबधी कोई भी जानकारी ऑनलाइन अपडेट कर रहे है। इस योजना की खासियत भी यही होगी कि साल खत्म होने पर नहीं बल्कि प्रति दिन की रिपोर्ट तैयार होगी। जिसका विश्लेषण कर फिर सरकार को रिपोर्ट जाएगी। गुरूजी की कमियों को जानने के लिए छात्रों से भी फीडबैक लिया जाएगा।

------------

''एमआईएस इंपलीमेंटेंशन इन एजूकेशन डिपार्टमेंट प्रोजेक्ट के तहत शिक्षकों का डाटा बेस तैयार किया जा रहा है। पहले चरण में हमीरपुर, कांगड़ा, ऊना व मंडी जिला में पढ़ा रहे अध्यापकों की कमियों को खंगाला जाएगा।''

-विवेक प्रताप सिंह, सलाहकार (आइटी), सर्व शिक्षा अभियान।

''बार-बार एक ही शिक्षक के प्रशिक्षण लेने पर रोक लगेगी। कौन शिक्षक कितनी बार ट्रेनिंग में आ रहा है इसके लिए डाटा तैयार किया जा रहा है। शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए जो अनिवार्य है।''

- नीरज कुमार, राज्य परियोजना निदेशक, सर्व शिक्षा अभियान।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.