फर्जी अंकतालिका मामला एसएफआइ और विवि की मिलीभगत
जागरण संवाददाता, शिमला : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने फर्जी अंकतालिका मामले को एसएफआइ और विश्वविद
जागरण संवाददाता, शिमला : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने फर्जी अंकतालिका मामले को एसएफआइ और विश्वविद्यालय प्रशासन की मिलीभगत बताया है। एबीवीपी के प्रांत मंत्री आशीष सिक्टा ने पत्रकार वार्ता में बताया कि विवि प्रशासन इस मामले का दबाने की कोशिश कर रहा है, जब विवि कर्मी ने कुलपति से शिकायत की तो उसकी जांच गुपचुप तरीके से करवाई गई। इस जांच में खाली अंकतालिका के बारे में रिकॉर्ड खंगाला गया। परीक्षा शाखा ने अपने कर्मचारियों को क्लीन चिट देते हुए कोई भी अंकतालिका चोरी न होने की रिपोर्ट कुलसचिव को सौंप दी, अगर रिपोर्ट के मुताबिक कोई भी अंकतालिका चोरी नहीं हुई है तो एसएफआइ नेता के पास अंकतालिका कहां से आई। शिकायत करने वाले कर्मचारी ने साफ लिखा है कि समायोजित खाली अंकतालिका छात्र नेता के हाथ में थी। ऐसे में विवि की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में आ चुकी है। इस मामले में हुई अनियमितता की शिकायत पुलिस के पास भी हुई, लेकिन पुलिस ने दोनों पक्षों में समझौता कर दिया। प्रांत मंत्री आशीष सिक्टा ने कहा कि अगर छात्र नेता निर्दोष भी हैं तब भी इस मामले की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विवि में पहले 37 प्राध्यापकों के नियुक्ति पत्र खोले। तभी नई भर्तियां शुरु करें। अन्यथा कुलपति और प्रदेश सरकार इन भर्तियों को करती है तो उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान ईकाई अध्यक्ष नवनीत कौशल, गौरव अत्री और शिवेन विशेष तौर पर मौजूद रहे।