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कोल्ड स्टोर में अब बागवान भी रख सकेंगे सेब

By Edited By: Published: Fri, 22 Aug 2014 01:21 AM (IST)Updated: Fri, 22 Aug 2014 01:21 AM (IST)
कोल्ड स्टोर में अब बागवान भी रख सकेंगे सेब

राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश में किसानों और बागवानों को अपने उत्पाद अब औने-पौने दाम पर नहीं बेचने पड़ेंगे। बाजार में जब वस्तुओं की कीमत अधिक होगी तब बागवान अपने उत्पाद को ऊंची कीमत पर बेचकर अपनी आर्थिकी मजबूत कर सकेंगे।

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हिम एग्री फ्रेश प्राइवेट लिमिटेड ने बागवानों के उत्पाद के विपणन संबंधी समस्या के समाधान के लिए शिमला के बलघार ,तहसील ठियोग में 'कोल्ड स्टोर' स्थापित कर दिया है। जिसका उद्घाटन बागवानी मंत्री विद्या स्टोक्स शुक्रवार को करेंगी। हिम एग्री फ्रेश प्राइवेट लिमिटेड ने निदेशक प्रदीप अग्रवाल ने शिमला में पत्रकार वार्ता में कहा कि बागवानों को अकसर कोल्ड स्टोर के अभाव में अपने उत्पाद कम कीमत पर बेचने को मजबूर होना पड़ता है। बागवानों की इसी समस्या का समाधान ढूंढते हुए ठियोग में कोल्ड स्टोर स्थापित किया है जहां किसान और बागवान अपना सामान लंबे समय तक रख सकेंगे। पांच हजार मीट्रिक टन सेब रखने की क्षमता वाले इस स्टोर में 34 चैंबर हैं और प्रत्येक चैंबर में 150 मीट्रिक टन सेब रखने की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है।

प्रदीप ने बताया कि वह 20 किलो के प्लास्टिक क्रेट में सेब को चैंबर में रखेंगे ताकि सेब उसमें अधिक समय तक सुरक्षित रह सके और बाजार भाव को देखते हुए उसे अपने आप बेच सकते हैं।

इस कोल्ड स्टोर में बागवान एक रुपये 70 पैसे प्रति किलो प्रति माह की दर से अपना सेब कोल्ड स्टोर में रख सकेगा। साल भर उन्हें सेब इस स्टोर में रखने की सुविधा दी जाएगी।

कैमिकल की स्प्रे युक्त सेब को इस कोल्ड स्टोर में नहीं रखा जाएगा। सेब को कोल्ड स्टोर में रखने से पहले उसकी जांच की जाएगी।

हिम एग्री फ्रेश प्राइवेट लिमिटेड बागवानों से सेब भी खरीदा और बागवानों को उनके उत्पाद की ऑन द स्पॉट चेक के जरिये भुगतान किया जाएगा। यह सेब कितने रुपये किलो की दर से खरीदेंगे, इसका फैसला कंपनी आज करेगी।

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दो साल में बना स्टोर

बलधार में ग्यारह बीघा भूमि पर स्थापित किए गए इस कोल्ड स्टोर को निर्माण में दो साल का समय लग रहा है और 35 करोड़ रुपये की लागत आई है। इसमें जर्मनी और इटली से मंगाए गए आवश्यक उपकरण है। कंपनी अगले वर्ष यहां सेब प्रोसेसिंग यूनिट भी स्थापित करने पर विचार कर रही है। प्रदीप ने बताया कि वह निम्न स्तर का सेब बागवानों से खरीद कर उनकी प्रोसिंग भी करेंगे।


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