मूसलधार बारिश; भूस्खलन से घरों को खतरा
संवाद सहयोगी, शिमला : शिमला में दो दिन से जारी मूसलधार बारिश से जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। मंगलवार को दोपहर बाद लगातार तीन घंटे हुई बारिश से शहर के विभिन्न क्षेत्रों में करीब 11 पेड़ गिर गए। इससे कई जगहों पर ट्रैफिक बाधित रहा। अपर भराड़ी की ओर जाने वाली सड़क पर डंगा गिरने से वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है। विक्ट्री टनल और लक्कड़ बाजार बस स्टैंड के बीच भी भूस्खलन से सड़क को खतरा पैदा हो गया है।
मुख्यमंत्री आवास ओकओवर के समीप भी दो पेड़ सड़क पर गिरने से यातायात बाधित हुआ। ईदगाह के समीप भूस्खलन से दो मकानों को खतरा पैदा हो गया है। मूसलधार और पेड़ गिरने की घटना से लोग अब घरों से बाहर निकलने से घबराने लगे हैं।
शिमला के विभिन्न क्षेत्रों में करीब 10 पेड़ गिरे। होटल हनीमून के समीप देवदार के दो पेड़ गिर गए। इसमें एक पेड़ सूखा था। ये दोनों ही पेड़ सचिवालय की ओर जाने वाले सड़क पर गिर गए। इस कारण काफी दर तक मार्ग बाधित रहा। कनलोग में डीडी शर्मा के मकान के समीप देवदार के एक साथ तीन पेड़ गिर गए। तारों पर पेड़ गिरने से यहां आसपास के क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति भी बाधित रही। इसी तरह से खलीणी स्थित मिस चैंबर व झंझीड़ी सड़क के बीच देवदार के दो पेड़ गिरने की सूचना है। इससे झंझीड़ी जाने वाली सड़क बंद हो गई। ईदगाह के समीप भी एक पेड़ गिरा है। मिनी कुफ्टाधार व भराड़ी में भी एक-एक पेड़ गिरा है। मिनी कुफ्टाधार में पेड़ गिरने से रास्ता बंद हो गया। छोटा शिमला के समीप ब्राकहास्ट में भी एक फ्रूट ट्री गिरा है।
भूस्खलन से मकान को खतरा :
ईदगाह में मूसलधार बारिश से तीन बजे के करीब भूस्खलन हुआ। इससे पिछली तरफ स्थित दो मकानों तक मिट्टी में दरारें पड़ गई हैं। बारिश की वजह से यह जगह कभी भी धंस सकती है। इसको देखते हुए मकान में रह रहे गुलजार अहमद ने आने परिवार को पड़ोस के एक रिश्तेदार के घर में शिफ्ट कर लिया है। गुलजार अहमद का कहना है कि भूस्खलन से मिट्टी में पीछे तक दरारें आ गई है। यह जगह अब कभी भी बैठ सकती है। इसलिए उन्होंने मकान को खाली कर दिया है। उन्होंने बताया कि साथ लगते भवन को भी भूस्खलन की वजह से खतरा पैदा हो गया है।
रात 12 बजे खुली सड़क :
लिफ्ट के समीप होटल होली होम के समीप सोमवार रात भूस्खलन के साथ तीन पेड़ गिर गए। इस कारण सड़क वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रही। इसको देखते हुए प्रशासन ने विकासनगर की ओर जाने वाले वाहनों को बाईपास होकर भेजा, जबकि संजौली ओल्ड बस स्टैंड से सभी वाहन वाया लक्कड़ बाजार होकर भेजा। लोक निर्माण विभाग व वन विभाग के कर्मचारियों ने मध्य रात्रि 12 बजे सड़क को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया।
हटा दिए हैं पेड़ : डीएफओ
शिमला शहरी के डीएफओ रमन शर्मा का कहना है कि मंगलवार को 11 के करीब पेड़ गिर गए। उनका कहना है कि सूचना मिलते ही पेड़ों को हटा दिया गया।