लकड़ी के खंभों पर टिकी जीवन की डोर
संवाद सहयोगी, रामपुर बुशहर : प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत अवेरा घाटु संपर्क सड़क पर कुर्पण खड्ड पार करना तीन पंचायतों के लोगों के लिए जान जोखिम में डालने की नौबत बन गई है। केदस के पास कुर्पण खड्ड में बरसात के मौसम के दौरान पानी भर जाने से लकड़ी के बने खंबे के पुल के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे यहां कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि निरमंड तहसील के तहत अवेरा घाटु सड़क का निर्माण कुछ वर्ष पूर्व किया गया, इस सड़क को केदस तक पास करवाया गया है, लेकिन वहा से आगे पुल न होने के कारण सड़क पास नहीं हो पाई है। आम दिनों में यहां वाहनों की आवाजाही खड्ड से होती है जबकि बरसात के दिनों में लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ता है। लोक निर्माण विभाग निरमंड ने अस्थायी व्यवस्था कर नाले में मोटी पाईपें लगा कर मार्ग को बहाल करने का प्रयास किया था, परंतु इन दिनों लोगों की आवाजाही लकड़ी के बने चालू पुल से हो रही है। बरसात में ज्यादा जोखिम होने के बावजूद विभाग इसे हल्के में ले रहा है। अब लोगों को दो खंबों को जोड़ कर बनाए गए पुल से हो कर गुजरना पड़ता है। किसान सभा निरमंड के सचिव पूर्ण ठाकुर, अध्यक्ष देवकी नंद, कुलदीप, ख्याला नंद, लाल चंद, जगदीश और राम दास ने बताया सरकारी उपेक्षा के कारण लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
लोक निर्माण विभाग निरमंड के सहायक अभियंता एसएस गुलेरिया ने बताया कुर्पण खड्ड पर 1 करोड़ 67 लाख की लागत से बनने वाले पुल की डीपीआर बनाने के बाद तकनीकी स्वीकृति के कागजात भेजे गए है और जल्द ही पुल की टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी।