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भ्रष्टाचार में लिप्त मुख्यमंत्रियों को छोड़नी होगी कुर्सी : शांता

By Edited By: Published: Wed, 16 Apr 2014 03:44 AM (IST)Updated: Tue, 15 Apr 2014 07:31 PM (IST)
भ्रष्टाचार में लिप्त मुख्यमंत्रियों को छोड़नी होगी कुर्सी : शांता

राज्य ब्यूरो, शिमला : पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी शांता कुमार ने कहा कि केंद्र में एनडीए सरकार बनते ही भ्रष्टाचार में घिरे कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों पर जांच के बाद आरोप सही साबित हुए तो उन्हें कुर्सी छोड़नी पड़ सकती है। हिमाचल के मुख्यमंत्री पर भी यदि आरोप सही पाए गए तो 16 मई के बाद उनकी कुर्सी भी जा सकती है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार को यदि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बने रहना है तो उन्हें एनडीए को समर्थन देना ही होगा। मंगलवार को शिमला संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी वीरेंद्र कश्यप के समर्थन में प्रचार करने पहुंचे शांता कुमार यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

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उन्होंने कहा कि वह कांगड़ा से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी राजन सुशांत को अपना प्रतिद्वंदी नहीं मानते हैं। उनकी सीधी जंग कांग्रेस से है। आप का कोई अस्तित्व नहीं है। दिल्ली में आप की सरकार बनना एक दुर्घटना रही है। उन्होंने दुख जताया कि आज चुनाव की बहस मुद्दों से भटक कर व्यक्तिगत होती जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि विदेशों में जमा कालाधन चोर दरवाजे से एफडीआइ के रूप में भारत में मॉरिशस के रास्ते से आ रहा है।

उर्मिल के जाने का दुख

शांता ने कहा कि भाजपा से दो बार विधायक रही पूर्व संसदीय सचिव उर्मिल ठाकुर का कांग्रेस में जाने का दुख है। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल से कोई बैर या गलतफहमी नहीं है। पार्टी मंच पर कोई बात होती है तो वहां मामले उठते हैं। यदि एचपीसीए में प्रदेश सरकार को कुछ गलत लगता है तो उसे जांच का पूरा हक है। मगर जिस तरीके से मामले पर जल्दबाजी की गई है वह राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से उत्पन्न प्रयास लग रहा है।

प्रधानमंत्री पद छोड़ें

उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से दो किताबों में प्रधानमंत्री के खिलाफ बातें आई हैं इसे देखते हुए उन्हें पद से शीघ्र त्यागपत्र देना चाहिए।

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केंद्र ने स्विस बैंक से क्यों वापस नहीं मांगा पैसा

जागरण संवाददाता, सोलन : वरिष्ठ भाजपा नेता शांता कुमार ने कहा कि केंद्र में एनडीए की सरकार बनते ही विदेशों में जमा काले धन को वापस लाया जाएगा, जो उनका प्रमुख मुद्दा होगा। इसके लिए संबंधित देश की सरकार भी तैयार है, लेकिन भारत सरकार ने कभी इसकी मांग ही नहीं की। वह मंगलवार को सोलन में चुनावी दौरे पर आए थे, जिस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने आरोप लगाया कि देश के एक पूर्व प्रधानमंत्री का भी स्विस बैंक में अकाउंट है, जिस आशय से एक पत्रिका में छपे लेख की प्रतियां भी उन्होंने वितरित की। संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए अलग से कानून बनाया है, जिससे कई देश उनके यहां का कालाधन वापस भी ले रहे हैं, लेकिन भारत की तरफ से ऐसी कोई कोशिश नहीं की गई।

शांता ने कहा कि देश आज संकट में है और इसका मूल भ्रष्टाचार है, जिसकी जननी कांग्रेस है। लोकसभा चुनावं का परिदृश्य साफ है और जनता से चुनाव से पूर्व ही निर्णय ले लिया है, जिससे केंद्र में भाजपा की सरकार बनना तय है। देश के 80 जिलों में नक्सलवाद का बोलबाला है। भ्रष्टाचार के कारण ही फौज कमजोर पड़ रही है।


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