मंडी शिवरात्रि की देव ध्वनि लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज
अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी में गत वर्ष हुए देवध्वनि आयोजन को लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स में शामिल कर लिया गया है।
मंडी [जेएनएन]: अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी में गत वर्ष हुए देवध्वनि आयोजन को लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स में शामिल कर लिया गया है। देवध्वनि का आयोजन 10 मार्च 2016 को शिवरात्रि महोत्सव के दौरान पड्डल मैदान में किया गया था। इसमें मंडी जनपद के देवी-देवताओं के साथ आए 1806 बजंतरियो ने एक साथ लोक वाद्ययंत्रो पर लोकधुन बजाई थी। इसमें बल्ह घाटी, चौहार घाटी, सनोर बदार व सराज क्षेत्र बजंतरियो ने अपने-अपने क्षेत्र की लोकधुन का प्रदर्शन इस सामूहिक वाद्य समागम में किया था। इसे लिम्का बुक आफॅ रिकार्ड्स की ओर से राष्ट्रीय रिकार्ड के रूप में मान्यता दी गई है।इस बारे में लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स की संपादक विजया घोष की ओर से उपायुक्त मंडी को प्रमाणपत्र भेजा गया है।
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अपने ही रिकार्ड को तोड़ेंगे
मेला कमेटी के अध्यक्ष उपायुक्त संदीप कदम का कहना है कि गत वर्ष शुरू किया गया देव ध्वनि आयोजन हिमाचल ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर किया गया बड़ा आयोजन था। इसमें 1806 बजंतरियो ने बाम, ढोल, नगाड़ा, करनाल, रण¨सगा और शहनाई जैसे लोकवाद्ययंत्रो का समवेत नाद किया था। इस बार भी शिवरात्रि मेले के दौरान 26 फरवरी को पड्डल मैदान में देव ध्वनि का आयोजन किया जा रहा है। इस बार दो हजार से अधिक वाद्यवृंद शामिल होगे। इस बार शिवरात्रि मेला कमेटी अपने ही रिकार्ड को तोड़ने का प्रयास करेगी। मंडी का अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेला लोक उत्सव के रूप में विख्यात है।