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आंख खुली तो भयावह था कोटरोपी का मंजर

घटना में आठ परिवार बेघर हो गए। आठों परिवारों की चल अचल संपति मलबे में तबाह हो गई।

By Babita KashyapEdited By: Published: Mon, 14 Aug 2017 11:25 AM (IST)Updated: Mon, 14 Aug 2017 03:14 PM (IST)
आंख खुली तो भयावह था कोटरोपी का मंजर
आंख खुली तो भयावह था कोटरोपी का मंजर

पद्धर, आशीष भोज। उपमंडल पद्धर की उरला पंचायत के कोटरोपी गांव में शनिवार की रात महाप्रलय साबित हुई। रविवार सुबह जैसे ही लोगों ने क्षेत्र का रुख किया तो मंजर भयावह था। हालांकि लोग रात को मौके पर पहुंच गए थे, लेकिन बारिश के कारण आसपास के गांवों के लोग सुबह होने पर मौके पर पहुंच पाए। लोगों ने देखा कि कोटरोपी में पहाड़ी दरकने से तबाही का मंजर बन गया है। करीब तीन सौ मीटर से अधिक क्षेत्र में मंडी-पठानकोट नेशनल हाईवे का नामोनिशां मिट गया है। दो बसों सहित चार रिहायशी मकान, दो दुकानें, गोशाला व वर्षाशालिका मलबे में तबाह हो गई। 12 से अधिक मवेशी भी हादसे का शिकार हुए। घटना में आठ परिवार बेघर हो गए। आठों परिवारों की चल अचल संपति मलबे में तबाह हो गई।

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वहीं दो दुकानदारों का रोजगार के साथ साथ सब कुछ तबाह हो गया। लोक निर्माण विभाग का पुल और रेन शेल्टर भी मलबे की भेंट चढ़ गया। इलाके के लोग धमाके की आवाज सुनते ही घरों से बाहर दौड़ पड़े। इतने में पहाड़ी दरकने से सैकड़ों चीड़ और अन्य पेड़ों के गिरने की गडग़ड़ाहट शुरू हो गई। उरला पंचायत के सैकड़ों लोग घटना का पता चलते ही हाथों में मशाल लेकर कोटरोपी पहुंचे, लेकिन रात में लोगों के लिए कुछ भी कर पाना संभव नहीं था। स्थानीय ग्रामीणों ने घटना के बारे में एसडीएम पद्धर आशीष शर्मा को अवगत करवाया। ऐसे में घटना की भनक लगते ही उपायुक्त मंडी संदीप कदम भी जिला के प्रशासनिक अमले सहित रात ढाई बजे घटना स्थल पर पहुंचे। वहीं एसडीएम जोगेंद्रनगर दीप्ति मंढोत्रा भी कोटरोपी पहुंची। रात को बारिश शुरू होने के कारण रेस्कयू कार्य प्रभावित हुआ।

घटना में चौबे राम पुत्र तीखु का मकान, अस्सी हजार नकदी, दो गाय, एक गोशाला, एक बकरी, जय चंद पुत्र तीखु का मकान, साठ हजार नकदी, तीन मवेशी, गोशाला, भोला राम पुत्र हेत राम का मकान, पचास हजार नकदी, डीप गाय, दो बैल, सीता राम पुत्र लुहारू राम का मकान, लुगू पुत्र तीखु का मकान, साजु पुत्र हेत राम का मकान, डोला राम पुत्र लुहारू राम का मकान सभी निवासी रवा गांव, दुनी चंद पुत्र निहारखु राम निवासी कोटरोपी का चार मंजिला मकान, नारायण सिंह पुत्र गांधी राम का घराट, भगवान दास पुत्र रत्न चंद, भार्ग ंसह पुत्र दुनी चंद, किशन चंद पुत्र रत्न चंद, लेख राज पुत्र जय सिंह के मोटरसाइकिल तथा हंस राज पुत्र चमन लाल और पूर्ण चंद पुत्र गांधी राम की कार मलबे में बह गई। 

बदल चुका था पूरा दृश्य 

सुबह होते ही भयानक मंजर को देखकर स्थानीय लोगों की आंखें नम हो गईं। कोटरोपी रवा का पूरा दृश्य बदल चुका था। तीन सौ मीटर से भी अधिक क्षेत्र में एनएच का नामोनिशान तक मिट चुका था। सड़क के दोनों छोर में पुलिस बल तैनात था। वहीं दोनों छोर पर जेसीबी मशीन के जरिये मलबे को हटाने और मलबे में दबी निगम की एक अन्य मनाली-कटड़ा बस में फंसे यात्रियों को निकालने का कार्य शुरू किया।


समारोह से लौट रहा सनी भी आया चपेट में  

इसी हादसे में टिक्करू निवासी सनी (22) पुत्र तिलक राज भी मलबे की जद में आया है। पद्धर में अपने दोस्त के घर से एक समारोह में शिरकत करने के बाद बाइक में सवार होकर घर लौट रहा था। इसी दौरान कोटरोपी में पहाड़ी दरकने से मलबा उसे भी बाइक सहित ले गया। सनी और उसकी बाइक का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। वह चार वर्ष पहले ही भारतीय सेना में भर्ती हुआ है। वर्तमान में नकस्ल प्रभावित क्षेत्र छत्तीसगढ़ में तैनात है। वह अवकाश पर घर आया था।

सेना, पुलिस सहित ग्रामीणों ने बखूबी संभाला मोर्चा 

वहीं पुलिस बल के साथ डोगरा रेजीमेंट पालमपुर के तीनों यूनिट मेडिकल, मेकैनिकल और इंफेंट्री के सैकड़ों जवान और एनडीआरफ दल भी सास्ती गांव में मलबे में दबी बस से मृतकों को निकालने का रेस्क्यू शुरू किया। स्थानीय लोग, महिला मंडल, युवक मंडल और अन्य सामाजिक कार्यकर्ता भी भूखे प्यासे राहत कार्य मे मदद के लिए आगे आए। वहीं डीसी मंडी संदीप कदम घटनास्थल के साथ-साथ सास्ती गांव में मलबे में दबी बस के राहत कार्य का जायजा लेते रहे। वहीं सासंद रामस्वरूप शर्मा ने भी घटनास्थल का दौरा कर नुकसान का जायजा लिया।

मृतक के परिवार को देंगे पांच लाख रुपये 

स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर कोटरोपी हादसे की सूचना मिलते ही शिमला से सीधा द्रंग पहुंचे। उन्होंने कोटरोपी पहुंचकर मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाया। प्रभावित परिवारों को फौरी राहत मुहैया करवाने के साथ-साथ मृतकों के परिवारों को राजस्व विभाग की ओर से चार-चार लाख रुपये देने का भी ऐलान किया। वहीं परिवहन निगम की ओर से एकएक लाख रुपये की राशि मृतकों के परिजनों को दी जाएगी।

केंद्र सरकार पीडि़त परिवारों की करेगी मदद जिला मंडी के कोटरोपी में पहाड़ी दरकने से मलबे में दबने से मारे गए व घायल लोगों के परिजनों को केंद्र सरकार पूरी सहायता देगी। यह जानकारी सांसद रामस्वरूप शर्मा ने हादसे के पीडि़तों से मिलने के बाद दी। उन्होंने कहा कि कोटरोपी में प्राकृतिक आपदा की जानकारी

केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को दूरभाष से दी। केंद्रीय मंत्री ने राज्य सरकार, हादसे के दौरान बसों में सवार मृतक, घायल व जिनकी संपति नष्ट हुई है, उनकी पूरी सहायता केंद्र सरकार करेगी।

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