जोगेंद्रनगर में पिता की अर्थी को बेटियों ने दिया कांधा
जिला मंडी के जोगेंद्रनगर की बेटियों ने अपने पिता की अर्थी को कांधा देकर अपनी भूमिका का नया सोपान खोल दिया। बेटियों ने पिता को न केवल कांधा दिया बल्कि चिता को मुखाग्नि भी दी।
जोगेंद्रनगर [राजेश शर्मा] : यह एक शवयात्रा थी लेकिन ऐसी.. जो समाज को सीख दे रही थी कि सहारा केवल बेटे नहीं होते, बेटियां भी होती है। देशभर में 'मेरी लाडली' अभियान के लिए सराहे गए जिला मंडी की बेटियों ने पिता की अर्थी को कांधा देकर अपनी भूमिका का नया सोपान खोल दिया। बेटियों ने पिता को न केवल कांधा दिया बल्कि चिता को मुखाग्नि भी दी।
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जोगेंद्रनगर शहर के व्यवसायी एवं समाजसेवी रमेश सूद (72) पुत्र स्वर्गीय ज्योतिराम सूद निवासी वार्ड एक ने मंगलवार देर रात करीब दो बजे दम तोड़ दिया। वह गंभीर बीमारी से पीड़ित थे। जोगेंद्रनगर श्मशानघाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान रमेश सूद की सभी छह बेटियों ने पिता का हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार न केवल अंतिम संस्कार किया, बल्कि अपने घर से लेकर श्मशानघाट तक पिता की अर्थी को कंधा भी दिया। पांचवी बेटी पूजा सूद ने पिता को मुखाग्नि देकर बेटा होने का फर्ज निभाया। बहादुर बेटियां अपनी दादी सोमा देवी (83) व माता सविता देवी (68) को भी हौसला दे रही थी।
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रमेश सूद के निधन पर शहर मे शोक की लहर रही। बेटियों ने जब पिता को कंधो पर उठाया तो लोग भी हैरान रह गए और बेटियों को सराहते दिखे। शहर में ऐसा पहली बार देखने को मिला। रमेश सूद करीब एक वर्ष से बीमार थे। उनका उपचार लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में बीते कुछ दिन से चल रहा था। जहां उनका मंगलवार रात निधन हो गया। रमेश सूद जोगेद्रनगर व्यापार मंडल के प्रधान, सामुदायिक भवन, सनातन धर्मसभा मंदिर, शिवभूमि व भराडू गोसदन में बतौर अध्यक्ष अपनी सेवाएं करीब 20 साल से दे रहे थे। सभी बेटियों ने उच्च शिक्षा ग्रहण कर सरकारी पदों को हासिल किया है। इनमे बड़ी बेटी सपना, सचिना, बंटी, निधि व आरती सूद शिक्षिका है। पिता को मुखाग्नि देने वाली पूजा सूद होशियारपुर के लॉ विश्वविद्यालय में प्राध्यापक के पद पर तैनात है।