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रत्ती अस्पताल में उपचार करवाना आसान नहीं

सहयोगी, नेरचौक : नागरिक अस्पताल रत्ती में चिकित्सकों की कमी से लोग परेशान हैं। अस्पताल में पिछले कई

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Jun 2017 01:00 AM (IST)Updated: Thu, 29 Jun 2017 01:00 AM (IST)
रत्ती अस्पताल में उपचार करवाना आसान नहीं
रत्ती अस्पताल में उपचार करवाना आसान नहीं

सहयोगी, नेरचौक : नागरिक अस्पताल रत्ती में चिकित्सकों की कमी से लोग परेशान हैं। अस्पताल में पिछले कई दिन से एक भी चिकित्सक नहीं मिल रहा है। अस्पताल की ओपीडी आयुर्वेदिक स्टाफ के सहारे है। लोग रोजाना अस्पताल आते हैं लेकिन चिकित्सक न मिलने पर मायूस होकर घर लौट जाते हैं। मजबूरी में निजी अस्पतालों में उनको रुख करना पड़ रहा है। रत्ती अस्पताल में रोजाना दो सौ ओपीडी होती है। अस्पताल में चिकित्सकों के छह पद स्वीकृत हैं लेकिन वर्तमान में तीन ही तैनात हैं। रात्रि सेवाएं व कोर्ट ऐवीडेंस होने के कारण अस्पताल में कोई भी चिकित्सक नहीं होता है। अस्पताल को कार्यकारी खंड चिकित्सा अधिकारी के माध्यम से ही चलाया जा रहा है। दो वर्ष बीतने के उपरांत भी स्थायी खंड चिकित्सा अधिकारी की तैनाती नहीं हो पाई है। सरकार ने भले इसका दर्जा बढ़ाया हो लेकिन सुविधाएं यहां नजर नहीं आती हैं। यही नहीं यहां पर मेडिकल कॉलेज नेरचौक ने अस्पताल में अपना अर्बन ट्रे¨नग सेंटर खोला है जहां रोजाना विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। शुरु में चिकित्सक सप्ताह में एक बार रत्ती अस्पताल में बैठने लगे मगर समय बीतने के पश्चात अब उन्होंने भी आना बंद कर दिया है। हिमाचल लबाणा हितकारी सभा व अन्य पिछड़ा कल्याण बोर्ड सदस्य गो¨बद राम नायक ने स्वास्थ्य मंत्री से गुहार लगाई है कि जल्द रत्ती अस्पताल में स्थायी बीएमओ सहित चिकित्सकों की शीघ्र तैनाती की मांग की है। कार्यकारी खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ अविनाश ने बताया कि वे किसी कार्यक्रम में हैं। डॉ. डीएस धीमान, प्रधानाचर्य एवं डीन एलबीएस मेडिकल कॉलेज नेरचौक ने बताया कि कल सूचना मिलते ही चिकित्सकों को भेजा गया था। आज किसी ने भी अस्पताल में चिकित्सक न होने की सूचना नहीं दी है। प्रधान सचिव स्वास्थ्य प्रबोध सक्सेना ने बताया कि मामले के संबंध में सीएमओ मंडी से बात करके उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।


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