रोहांडा से कमरुनाग झील तक दस कूड़ादान स्थापित
सहयोगी, रोहांडा (सुंदरनगर) : प्रदेश के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश द्वारा रोहांडा से कमरुनाग मंदिर तक
सहयोगी, रोहांडा (सुंदरनगर) : प्रदेश के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश द्वारा रोहांडा से कमरुनाग मंदिर तक गंदगी के मामले पर संज्ञान लेने के बाद पूरा जिला प्रशासन हिल गया है। पहले दिन सोमवार को जहां प्रशासन ने विशेष साफ-सफाई दल से सफाई करवाई थी, वहीं मंगलवार को सुंदरनगर की एसडीएम देबा श्वेता बानिकी जायजा लेने के लिए कमरुघाटी पहुंची। एसडीएम ने राजस्व व वन विभाग के अधिकारियों के साथ झील तक की साफ-सफाई का जायजा लया। उपमंडल सुंदरनगर प्रशासन ने देव कमेटी कमरुनाग मंदिर के सहयोग से रोहांडा से लेकर करीब दस प्लास्टिक के कूड़ादान स्थापित कर दिए हैं। रोहांडा रवाना होने से पहले एसडीएम ने रोहांडा पंचायत प्रधान प्रकाश चंद सहित व्यापार मंडल व विभिन्न विभागों के साथ कमरुनाग मंदिर तक साफ-सफाई बनाए रखने के लिए बैठक कर चर्चा भी की। एसडीएम ने बताया कि जो साफ-सफाई की गई है उस कूड़ा-कचरे को गड्ढे में दबाकर नष्ट किया गया है। इस मौके पर तहसीलदार निहरी जेसी शर्मा, डीएफओ सुंदरनगर सुमीत भारद्वाज, रेंज अधिकारी जैदेवी श्रवण कुमार, बीओ रोहांडा रोशनलाल, कानूनगो लाल चंद, वनरक्षक यश कुमार, हेमराज, वीरेंद्र चंदेल उपस्थित रहे।
25 जून को प्रदेश के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश संजय करोल द्वारा स्वच्छता का सही ढंग से पालन न करने पर देव कमेटी, पंचायत प्रतिनिधि और विभिन्न विभागों सहित प्रशासनिक अधिकारियों को फटकार लगाई थी।
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देव कमेटी कमरुनाग को आदेश दिए गए हैं कि जो भी श्रद्धालु मंदिर आते हैं उनको रास्ते में गंदगी न फैलाने के लिए प्रेरित करें। करीब दस कूड़ादान देव कमेटी कमरुनाग के सहयोग से स्थापित कर दिए गए हैं।
-जेसी शर्मा, तहसीलदार निहरी।
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न्यायाधीश के आदेशानुसार साफ-सफाई की गई है। कूड़े को जमीन में दबा कर नष्ट किया गया है। रास्ते में कूड़ादान स्थापित कर दिए गए हैं।
- देवा श्वेता बानिकी, एसडीएम, सुंदरनगर।