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दुष्कर्म पीड़िता को दिया जाएगा 8.25 लाख मुआवजा

संवाद सहयोगी, मंडी : बालीचौकी में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार दिव्यांग दलित युवती को राष्ट्रीय अनुसूचि

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Jun 2017 01:01 AM (IST)Updated: Sat, 24 Jun 2017 01:01 AM (IST)
दुष्कर्म पीड़िता को दिया जाएगा 8.25 लाख मुआवजा
दुष्कर्म पीड़िता को दिया जाएगा 8.25 लाख मुआवजा

संवाद सहयोगी, मंडी : बालीचौकी में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार दिव्यांग दलित युवती को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग की ओर से 8.25 लाख मुआवजा दिया जाएगा। आयोग की राष्ट्रीय सदस्य डॉ. स्वराज विद्वान ने मंडी में बताया कि पहले डेढ़ से दो लाख रुपये तक मुआवजा दिया जाता था, लेकिन केंद्र सरकार ने गत वर्ष कुछ संशोधन किए हैं। इसके बाद इस तरह मामलों में पीड़ित को 8 लाख 25 हजार रुपये तक का मुआवजा देने का प्रावधान किया गया है। इसमें पुलिस में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पहली किस्त के रूप में लगभग 50 हजार रुपये दिए जाते हैं। इसके बाद कोर्ट में चालान पेश होने पर कुल राशि का प्रतिशत, कोर्ट में सुनवाई होने पर 25 फीसद तथा न्यायालय में फैसला होने पर शेष राशि दी जाती है। उन्होंने कहा कि उपायुक्त मंडी संदीप कदम को पीड़िता को मुआवजा राशि तुरंत मुहैया करवाने को कहा है। गौर हो कि पिछले माह बालीचौकी की दवेहड़ पंचायत के एक गांव की दलित युवती से उसे घर छोड़ने के बहाने दो व्यक्तियों ने दुष्कर्म किया था।

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देहरादून दिव्यांग स्कूल में पढ़ाई करेगी पीड़िता

दुष्कर्म पीड़िता युवती चौथी कक्षा तक पढ़ी है। घर की स्थिति अच्छी न होने के कारण वह आगे नहीं पढ़ पाई थी। वह अब भी पढ़ाई करना चाहती है। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के समक्ष उसने यह इच्छा जाहिर की है। इसके चलते अब आयोग द्वारा उसे देहरादून स्थित दिव्यांग स्कूल में दाखिला दिलाया जाएगा, ताकि वह आगे की पढ़ाई पूरी कर सके।

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प्रदेश सरकार के रवैये पर जताई नाराजगी

डॉ. स्वराज विद्वान ने मंडी में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि शर्म की बात है कि अब तक प्रदेश सरकार ने पीड़ित को किसी प्रकार का मुआवजा व सहायता राशि उपलब्ध करवाने की दिशा में कोई प्रयास नहीं किए। उन्होंने हैरानी जताई है कि इतनी बड़ी घटना के बावजूद अब तक न तो प्रदेश सरकार का कोई नुमाइंदा पीड़िता के घर पहुंचा और न ही प्रदेश अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग के प्रतिनिधि वहां गए। हालांकि मंडी पुलिस व प्रशासन ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने वीरवार को युवती के घर जाकर उसके बयान कलमबद्ध किए। पता चला कि है कि युवती नेत्रहीन है वहीं अनाथ व बेसहारा है। मौजूदा समय में उसके चाचा युवती की देखभाल कर रहे हैं। वह बहुत गरीब परिवार से संबंध रखती है।


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