संगठन में ऐसे पदाधिकारी, जिन्हें पड़ोसी भी नहीं जानते
जागरण संवाददाता, मंडी : मुख्यमंत्री वीरभद्र ¨सह ने प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सुख¨वद्र ¨सह सुक्खू के
जागरण संवाददाता, मंडी : मुख्यमंत्री वीरभद्र ¨सह ने प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सुख¨वद्र ¨सह सुक्खू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि संगठन में ऐसे पदाधिकारी बना दिए गए हैं, जिन्हें पड़ोसी तक नहीं जानते हैं। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह रविवार को बल्ह हलके के कंसा चौक में आयोजित संकल्प रैली में संबोधित कर रहे थे। वीरभद्र ¨सह के सुक्खू पर एक के बाद एक हमले से मंच पर विराजमान पार्टी के कई पदाधिकारियों में खामोशी छा गई।
वीरभद्र ने संगठनात्मक दृष्टि से मंडी व सुंदरनगर जिला के अध्यक्षों को भी आड़े हाथ लिया। सुक्खू ने कुछ माह पूर्व इन दोनों जिलों के अध्यक्ष पद से वीरभद्र समर्थकों को हटाकर वहां कौल ¨सह समर्थकों को जिला अध्यक्ष मनोनीत किया था। बकौल वीरभद्र, वह चार साल से जनता में पिसते रहे, जबकि सुक्खू बंद कमरे में खिचड़ी पकाते रहे। चुनावी वर्ष में भी संगठन पूरी तरह से शिथिल पड़ा है। बिना जनाधार वाले पदाधिकारी कागजी शेर बने हुए हैं। ऐसे पदाधिकारियों की फौज पार्टी प्रजातंत्र के खिलाफ है।
वीरभद्र ने कहा कि उन्होंने हमेशा लोगों को जोड़ने का काम किया है। पार्टी के अंदर बैठे कुछ पदाधिकारी लोगों को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने सुंदरनगर जिला के अध्यक्ष पवन ठाकुर को भी आड़े हाथ लिया और कहा कि जब सुंदरनगर जिला ही नहीं है तो वहां अध्यक्ष कैसा। मंडी जिला के अध्यक्ष दीपक शर्मा पर कहा कि मनोनीत लोगों के नाम के आगे भी अब श्री लगाया जा रहा है। संगठन की तरफ से कुछ लोगों द्वारा विक्रमादित्य ¨सह पर की जा रही टिप्पणी पर वीरभद्र ¨सह ने कहा कि विक्रमादित्य ¨सह मनोनीत नहीं, बल्कि चुने हुए अध्यक्ष हैं। बेहतर होता कि संगठन में ऐसे पदाधिकारी चुन कर आते जिनका ग्रास रूट में जनाधार होता।