रिवालसर झील में लगेगी वायु प्रसार प्रणाली
हिमाचल प्रदेश के मंडी में स्थित ऐतिहासिक रिवालसर झील में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने के लिए जल्द वायु प्रसार प्रणाली लगेगी।
मंडी [जेएनएन] : अपना अस्तित्व बचाने के लिए जूझ रही प्रदेश की ऐतिहासिक रिवालसर झील में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने के लिए जल्द वायु प्रसार प्रणाली लगेगी। मंडी जिला प्रशासन ने इस दिशा में कवायद शुरू कर दी है। उपायुक्त संदीप कदम की अध्यक्षता में लोक निर्माण, आइपीएच, वन, मत्स्य व नगर पंचायत रिवालसर के अधिकारियों के साथ बैठक हुई। झील के संरक्षण एवं संवर्द्धन को लेकर अतिरिक्त उपायुक्त हरीकेश मीणा की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया। यह कमेटी वायु प्रसार प्रणाली व अन्य विकास कार्यो की योजना तैयार कर उसे अमलीजामा पहनाएगी।
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प्रदूषण के कारण झील के पानी में घुलनशीन ऑक्सीजन की मात्रा दिन-प्रतिदिन कम होती जा रही है। इससे झील में आए दिन सैकड़ों की तादाद में मछलियो की मौत होती है। झील के पानी में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने के लिए प्रशासन ने पहले फुव्वारे लगाने की योजना तैयार की थी। लेकिन यह योजना इतनी कारगर न होने के कारण प्रशासन ने इससे अपने हाथ पीछे खींच लिए थे। विभिन्न विशेषज्ञों के साथ मंथन करने के बाद प्रशासन ने अब वायु प्रसार (एरीएशन) प्रणाली लगाने का निर्णय लिया है। यह प्रणाली झील के अंदर लगेगी। कमेटी जल्द उपायुक्त को रिपोर्ट सौपेगी।
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दैनिक जागरण की मुहिम के बाद केंद्र सरकार ने झील के अस्तित्व को बचाने के लिए करीब सात करोड़ की राशि जारी की थी। इस पर वन विभाग ने काम भी शुरू कर दिया है। वाडिया हिमालय भू-विज्ञान संस्थान देहरादून की सर्वे रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ था कि रिवालसर झील में जिस रफ्तार से गाद जमा हो रही है। उससे इसका अस्तित्व अगले 50 साल में पूरी तरह समाप्त हो जाएगा। संस्थान ने उत्तर पश्चिमी हिमालय की झीलों के सिकुड़ने व अतिक्रमण से होने वाले प्रदूषण के कारण झीलों पर पैदा हुए खतरे को लेकर अध्ययन किया था। इसमें झील में उत्तर -पश्चिम हिमालय की सभी झीलों से अधिक प्रदूषण व गाद पाई गई थी। झील में सालाना 3.35 सेंटीमीटर की दर से गाद जमा हो रही है। त्रिवेणी संगम रिवालसर हिंदू, बौद्ध व सिख धर्म की आस्था की स्थली है।
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रिवालसर झील के पानी में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने के लिए वायु प्रसार प्रणाली लगाई जाएगी। अतिरिक्त उपायुक्त हरीकेश मीणा की अध्यक्षता मे एक कमेटी गठित की गई है।- संदीप कदम, उपायुक्त मंडी।