टीकाकरण के लिए काटने पड़ रहे अस्पताल के चक्कर
संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : अस्पताल जोगेंद्रनगर के मातृ शिशु कल्याण केंद्र (एमसीएच सेंटर) में चार पु
संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : अस्पताल जोगेंद्रनगर के मातृ शिशु कल्याण केंद्र (एमसीएच सेंटर) में चार पुरुष व महिला हेल्थ सुपरवाइजर तैनात होने के बावजूद नवजात शिशुओं को बीसीजी व हेपेटाइटिस-बी के टीके लगवाने के लिए महिलाओं को बार-बार मातृ शिशु कल्याण केंद्र के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। महीने के प्रत्येक बुधवार को यह टीके अस्पताल में निशुल्क लगाए जाते हैं। उसी के चलते बुधवार को अस्पताल के मातृ-शिशु कल्याण केंद्र में महिलाएं अपने नवजात शिशुओं के साथ टीके लगवाने पहुंची थीं, जिन्हें केंद्र में मौजूद अधिकारियों ने निराश कर लौटा दिया। यह सिलसिला कई माह से चल रहा है। महिलाओं को अगली तारीख देकर लौटा दिया जाता है।
केंद्र आई आयांश ठाकुर की माता अर्चना देवी, नानी पल्लवी ठाकुर निवासी जोगेंद्रनगर, आरबिक की माता डिपंल निवासी एहजु, शिवांश की माता सुनीता निवासी जोगेंद्रनगर के साथ कुछ अन्य महिलाएं भी नवजात शिशुओं टीकाकरण के लिए पहुंची थी। इनमें से कुछ शिशुओं को टीके लगाए गए व अन्य को अब अगले बुधवार को बुलाया है। रियांश ठाकुर की माता सुमन ठाकुर ने बताया कि उन्हें गत सप्ताह भी टीकाकरण के लिए बुलाया था, इस सप्ताह दोबारा अगली तारीख देकर लौटा दिया गया है।
मातृ शिशु कल्याण केंद्र में तैनात महिला हेल्थ सुपरवाइजर रजनी देवी व सुमन वैद्य का कहना है कि केंद्र में सुपरवाइजर की तैनाती तो की गई है, लेकिन महिला हेल्थवर्कर का पद चार साल से खाली है। इस वजह से यह समस्या पैदा हुई है। सुपरवाइजर द्वारा नवजात शिशुओं का टीकाकरण किया जा रहा है। बुधवार को अस्थायी महिला हेल्थवर्कर के न आने के कारण नवजात शिशुओं को अगले बुधवार को बुलाया गया है। पुरुष हेल्थ सुपरवाइजर मुंशी राम ने बताया कि अस्पताल में परिवार नियोजन का शिविर लगने वाला है, जिसकी तैयारी कर रहे हैं।
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सुपरवाइजर को नवजात शिशुओं को उपचार देने के आदेश दिए गए हैं। नवजात शिशुओं को टीकाकरण के लिए बार-बार चक्कर लगवाने की शिकायत भी मिल रही है। विभाग के उच्चाधिकारियों से शिकायत कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
-जितेंद्र चौहान, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी नागरिक अस्पताल जोगेंद्रनगर।