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यहां हर मोड़ पर खतरे में जान

जागरण संवाददाता, मंडी : जिला मंडी में ब्लैक स्पॉट के साथ सड़कों की दयनीय हालत भी सड़क हादसों के लिए जि

By Edited By: Published: Thu, 08 Dec 2016 12:58 AM (IST)Updated: Thu, 08 Dec 2016 12:58 AM (IST)
यहां हर मोड़ पर खतरे में जान

जागरण संवाददाता, मंडी : जिला मंडी में ब्लैक स्पॉट के साथ सड़कों की दयनीय हालत भी सड़क हादसों के लिए जिम्मेदार है। जिले का अधिकतर क्षेत्र पहाड़ी और ढलानदार होने के कारण यहां वैसे तो हर मोड़ पर मौत मंडराती है, लेकिन 26 स्थान ऐसे चिह्नित किए गए हैं जहां दुर्घटना का हर पल अंदेशा रहता है। यह ब्लैक स्पॉट सड़क हादसों के मद्देनजर बेहद संवेदनशील हैं। रक्तरंजित इन स्पॉट पर बेकसूर लोग सड़क हादसों का शिकार होकर अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं।

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मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुंदरनगर और सलापड़ के बीच कांगू के निकट निजी बस के खाई में गिरने की घटना आज भी झकझोर कर रख देती है। इसी तरह छह साल पूर्व 18 अगस्त 2010 को नेरचौक-लेदा मार्ग पर हटनाला में हुए ट्रक हादसे ने 45 लोगों की जिंदगी लील ली थी। इसी मार्ग पर लखवाण बस हादसा भी भूले नहीं भूलता है। झीड़ी के निकट एक निजी बस ब्यास में गिरने से उसमें सवार 42 लोग भी मौत का शिकार हो गए थे। जिला में सात मील, मंडी बाईपास, आइटीआइ मंडी, नैणा देवी मंदिर, पुल घराट, सिध्याणी-जाहू रोड गलू, रिवालसर-दुर्गापुर रोड, नेरचौक, नगवाई, औट टनल, हणोगी मंदिर के निकट, शिल्ह-करसोग, कोटलू, बतैल, ढलवाहण, टिल्ली मोड़, गणेश चौक गणई, पाड़छू धर्मपुर, हुक्कल, गुम्मा, जोगेंद्रनगर-धर्मपुर रोड का दस किलोमीटर दायरा, जोगेंद्रनगर-बैजनाथ का 22 किलोमीटर का दायरा, सुक्का बाग, कांगू, धनोटू तथा नेरचौक-सुंदरनगर ब्लैक स्पॉट घोषित कर रखे हैं।

इन ब्लैक स्पॉट पर लोक निर्माण विभाग की ओर से चेतावनी के तौर पर कोई सांकेतिक बोर्ड नहीं लगाए गए हैं। तीखे और घुमावदार मोड़ पर रि ले¨क्टग साइन भी नहीं लगा है। कोहरे और धुंध से बचाव को लेकर भी कोई नीति नहीं है। धुंध के कारण दृष्यता इतनी कम हो जाती है कि वाहन चालक को एक मीटर आगे कुछ दिखाई नहीं देता है। इससे भी सड़क हादसे घटित हो जाते हैं। हालांकि कांगू, लखवाण, हटनाला, कटेरू के बंदाल आदि स्थानों पर क्रैश बैरियर लगा दिए गए हैं, लेकिन अन्य स्थानों पर पैरापिट तक विभाग नहीं लगा पाया है। चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर पैदल राहगीरों के लिए फुटपाथ तक की व्यवस्था नहीं है।

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सड़क हादसों के मद्देनजर संवेदनशील स्थानों पर क्रैश बैरियर और पैरापिट लगाए जा रहे हैं। जहां पर तीखे और घुमावदार मोड़ हैं वहां पर क¨टग कर उनको सरल बनाया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग नए साइन बोर्ड बना रहा है उनमें खासतौर पर दुर्घटना संभावित क्षेत्र अंकित किया जा रहा है।

- प्रदीप कुमार, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग।

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ब्लैक स्पॉट पर कम से कम सड़क हादसे हों, इसके लिए पुलिस विभाग भी अपने स्तर पर कई कारगर कदम उठा रहा है। ऐसी जगहों पर चेतावनी व सूचना बोर्ड लगाए जा रहे हैं।

- प्रेम कुमार ठाकुर, पुलिस अधीक्षक मंडी।


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