जिभी गाडागुसैणी सड़क टा¨रग के इंतजार में लोग
सहयोगी, बालीचौकी : सराज घाटी की जिभी से गाडागुसैणी सड़क करीब एक दशक पहले करोड़ों की राशि मिलने के ब
सहयोगी, बालीचौकी :
सराज घाटी की जिभी से गाडागुसैणी सड़क करीब एक दशक पहले करोड़ों की राशि मिलने के बावजूद अभी तक पक्की नहीं बन पाई है। हालांकि इस दौरान विभाग ने आठ बार सडक बनाने के लिए निविदाएं जारी की है। सूचना के अधिकार के तहत दखल पर अब विभाग ने हरकत में आते हुए नौवीं बार निविदाएं करवा कर शीघ्र कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया है। आरटीआइ कार्यकर्ता व जिला परिषद के सदस्य संत राम और एडवोकेट सुशील चौहान के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को इस सड़क के शीघ्र निर्माण कार्य के लिए लोक निर्माण विभाग के मध्य जोन के मुख्य अभियंता को ज्ञापन सौंपा है। संत राम ने बताया कि जिभी से गाडागुसैणी सड़क को पक्का और चौड़ा करने व इसके रखरखाव के बारे में उन्होने लोनिवि के अधिशाषी अभियंता कुल्लू से सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी थी। इसमें सड़क को प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत पक्का व चौड़ा करवाने के लिए साल 2007-08 में 479.81 लाख रुपये की राशि स्वीकृत हुई है। लेकिन विगत करीब एक दशक में सड़क को पक्का व चौड़ा करने, पैरापिट बनाने व इसका रखरखाव करने के लिए जारी की गई राशि अभी तक खर्च नहीं की जा सकी है। सूचना से खुलासा हुआ है कि इस कार्य को पूरा करने के लिए विभाग की ओर से अभी तक आठ बार निविदाएं आमंत्रित की गई थी। लेकिन ठेकेदारों के रेट स्वीकृत राशि से अधिक होने के कारण यह कार्य शुरू नहीं किया जा सका। संत राम ने बताया कि आरटीआइ के तहत सूचना मांगने के बाद विभाग हरकत में आया है और विभाग की ओर से नौवीं बार निविदाएं आमंत्रित की गई है। विभाग ने इस बार एक ठेकेदार की निविदा को स्वीकार करके निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू की दी है। उन्होने कहा कि यह सूचना के अधिकार का ही दवाब है कि विभागीय अमला सड़क को पक्का और चौड़ा करने के लिए बाध्य हुआ है।