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द्रंग के जंगल में जेसीबी का कहर, विभाग मूकदर्शक

सहयोगी, मंडी : द्रंग हलके की वन रेंजों में इन दिनों हरे भरे जंगलों पर जेसीबी का कहर टूटा है। बिना अ

By Edited By: Published: Wed, 04 May 2016 07:26 PM (IST)Updated: Wed, 04 May 2016 07:26 PM (IST)
द्रंग के जंगल में जेसीबी का कहर, विभाग मूकदर्शक

सहयोगी, मंडी : द्रंग हलके की वन रेंजों में इन दिनों हरे भरे जंगलों पर जेसीबी का कहर टूटा है। बिना अनुमति से दिन रात जेसीबी लगाकर सड़कें निकाली जा रही हैं और यह काम भी कुछ खास राजनीतिक प्रभाव वाले लोगों की मशीनरी से करवाया जा रहा है ताकि वन विभाग के कर्मचारी कोई विरोध न कर सके। वन प्रेमियों ने एक शिकायत मुख्यमंत्री को भेज दी है। यही नहीं जंगलों से जड़ों समेत उखाड़े जा रहे पेड़ों को भी खुर्द बुर्द किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि समय रहते इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वह न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे। इस शिकायत में क्षेत्र के कटौला, पनारसा, द्रंग, टिक्कन व अन्य वन रेंजों के उन जंगलों व सड़कों के नाम भी दिए गए हैं जहां पर यह कहर इन दिनों जारी है।

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इन जंगलों में चल रही है जेसीबी

चलाहनाला से बवोला रेहड़ू, सेगली से सुरह, शकराड़ से जनाला, पराशर से पटौंश राकालंग सेगली पंचायत, हलगड़ नेरी महापरा, दुधला से कांड़ा घ्राण पंचायत, कुड़ीसेरी से छडारी सवासरी कथयारी पंचायत, बल्ह से सरनी, शारा से ओड़ीधार भटवाड़ी पंचायत, सतलागी से बागी औट पंचायत, रैंश से नशार बांधी पंचायत, बौंशधार से देहुरी बांदल देयारी पंचायत, बशनी नाला से रांगड़ा नाऊ पंचायत प्रमुख सड़कें व जंगल हैं।


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