..बंदा अपना है रख लो
काकू चौहान, सुंदरनगर राज्यस्तरीय नलवाड़ मेला सुंदरनगर की सांस्कृतिक संध्याओं में चहेतों को कार्यक्
काकू चौहान, सुंदरनगर
राज्यस्तरीय नलवाड़ मेला सुंदरनगर की सांस्कृतिक संध्याओं में चहेतों को कार्यक्रम दिलाने वालों की होड़ लगी हुई है। मंत्री, विधायक से लेकर विभिन्न जिलों के उपायुक्त व अन्य प्रशासनिक अधिकारी अपने चहेतों को कार्यक्रम दिलवाने में जुटे हुए हैं। इससे हुनरमंद कलाकारों को नलवाड़ मेले में प्रस्तुति देने का मौका नहीं मिल रहा है।
आलम यह है कि मेला कमेटी के पास एक मंत्री व एक विधायक के माध्यम से 20 से 30 लोगों की सिफारिश आ रही हैं। वहीं प्रदेशभर के विभिन्न जिलों के बड़े स्तर के प्रशासनिक अधिकारी भी अपने लोगों की सिफारिश में कोई क मी नहीं छोड़ रहे हैं। पूरा दिन मेला कमेटी के पदाधिकारियों को सिफारिश करने वालों की सैकड़ों फोन कॉल आ रही हैं। ई-मेल व व्हाट्सएप के माध्यम से भी सिफारिश का दौर चला हुआ है। इससे मेला कमेटी के लिए संध्याओं का आयोजन करना मुश्किल हो रहा है। साथ ही बेहतर कलाकारों को कार्यक्रम प्रस्तुत करने का मौका नहीं मिल रहा है। इससे सध्याएं भी फीकी हो गई हैं।
कलाकार संजीव कुमार, साहिल, निखिल, रेखा व शालिनी शर्मा ने बताया कि नलवाड़ मेले में सिफारिश के कलाकार ही बुलाए गए हैं। कला को महत्व नहीं दिया जा रहा है। इससे कई बेहतरीन कलाकार मायूस होकर लौट रहे हैं।
मेला कमेटी अध्यक्ष एवं उपमंडलाधिकारी (ना) सुंदरनगर एचएस राणा ने बताया कि मेला कमेटी द्वारा संध्याओं के सफल आयोजन के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। लोगों के मनोरंजन के लिए बेहतरीन कलाकार बुलाए गए हैं और जितना हो सके हर कलाकार को प्रस्तुति देने का मौका दिया जा रहा है।
मुंह मांगी कीमत न मिलने पर नहीं ले रहे पैसे
कार्यक्रम में प्रस्तुति देने के बाद पैसे के लिए फिर से सिफारिश लग रही है। अगर किसी को कम पैसे मिल रहे हैं तो मंत्रियों से फोन करवाकर पैसे बढ़ाए जा रहे हैं। कई कलाकार तब तक पैसे नहीं ले रहे जब तक उन्हें मुंह मांगी कीमत नहीं मिल रही।
बीच में घुसाए जा रहे सिफारिशी कलाकार
सिफारिशी कलाकारों को बीच में जगह मिलने से कार्यक्रम प्रभावित हो रहा है। स्टार नाइट के वक्त हर किसी कलाकार को बीच में प्रस्तुति देने के लिए बुलाया जा रहा है। इससे लोगों को मनोरंजन के लिए लाखों रुपये खर्च कर बुलाए गए स्टार कलाकार पूरा समय कार्यक्रम प्रस्तुत नहीं कर पा रहे हैं।