कागजों से बाहर नहीं निकला ट्रांसपोर्ट नगर का जिन्न
जागरण संवाददाता, मंडी : मंडी जिला के पंडोह, नेरचौक व धनोटू में प्रस्तावित ट्रांसपोर्ट नगर कागजों से
जागरण संवाददाता, मंडी : मंडी जिला के पंडोह, नेरचौक व धनोटू में प्रस्तावित ट्रांसपोर्ट नगर कागजों से आगे नहीं बढ़ पाए हैं। भाजपा सरकार के समय तीनों स्थानों पर ट्रांसपोर्ट नगर स्थापित करने की कवायद शुरू हुई थी लेकिन अब तक कहीं पर भी भूमि का चयन नहीं हो पाया है। नेरचौक में प्रस्तावित ट्रांसपोर्ट नगर के लिए प्रशासन ने नेर-ढांगू में करीब 64 बीघा सरकारी भूमि चिह्नित की थी। नेरचौक की दोनों ट्रक यूनियन के कार्यालयों को अस्थायी शेड बनाकर वहां शिफ्ट भी कर दिया गया था। ट्रांसपोर्ट नगर बनाने के पीछे सरकार की मंशा ऑटोमोबाइल वर्कशाप व राजमार्ग के किनारे बेतरतीब खड़े होने वाले सैकड़ों छोटे-बड़े मालवाहकों की वजह से होने वाली समस्या से लोगों को निजात दिलाना था। धनोटू, नेरचौक व मंडी ट्रक यूनियन में करीब एक हजार से अधिक छोटे-बड़े मालवाहक पंजीकृत हैं। तीनों ट्रक यूनियन राजमार्ग के किनारे स्थित हैं। वाहनों के बेतरतीब खड़े रहने से यहां हमेशा यातायात बाधित रहता है। स्थानीय दुकानदारों का कारोबार प्रभावित होता है और दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। ट्रांसपोर्ट नगर के निर्माण कार्य पर करीब 14-14 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च होनी थी। चंडीगढ़-मनाली एनएच पर धनोटू से मंडी तक सड़क के दोनों किनारे स्थित वर्कशाप व तीनों ट्रक यूनियन को ट्रांसपोर्ट नगर में शिफ्ट करने की योजना थी। नेरचौक में ट्रांसपोर्ट नगर के लिए चिह्नित की गई जमीन को जोड़ने वाला संपर्क मार्ग सुकेती खड्ड में आई बाढ़ की भेंट चढ़ गया था। इसके बाद प्रशासन ने यहां ट्रांसपोर्ट नगर स्थापित करने का फैसला टाल दिया था। पंडोह में प्रस्तावित ट्रांसपोर्ट नगर की राह में बीबीएमबी रोड़ा बना है। प्रशासन ने यहां बीबीएमबी से सरप्लस भूमि मांगी है।
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी मंडी पंकज रॉय का कहना है कि पंडोह, नेरचौक व धनोटू में ट्रांसपोर्ट नगर के लिए जमीन की तलाश चल रही है।