अध्यक्ष का कार्यकारी अधिकारी पर पलटवार
जागरण संवाददाता, मंडी : नगर परिषद मंडी में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व चयनित, मनोनीत पार्षदों के बीच तनातनी
जागरण संवाददाता, मंडी : नगर परिषद मंडी में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व चयनित, मनोनीत पार्षदों के बीच तनातनी थमने का नाम नहीं ले रही है। पार्षदों के आरोपों पर पलटवार करते हुए नगर परिषद अध्यक्ष ने कार्यकारी अधिकारी व पार्षदों पर एक के बाद एक गंभीर आरोप लगाए हैं।
अध्यक्ष ने कहा कि कार्यकारी अधिकारी ने घर-घर से कूड़ा-कचरा उठाने के टेंडर आवंटन में नियमों को ताक पर रख कर नगर परिषद को चूना लगाया है। छह लाख रुपये में होने वाले टेंडर कार्यकारी अधिकारी ने दस लाख से अधिक में आवंटित किया है।
नगर परिषद अध्यक्ष सुशीला सौंखला व उपाध्यक्ष गगन कश्यप ने संयुक्त रूप से बताया कि नगर परिषद मंडी के कार्यकारी अधिकारी (अतिरिक्त कार्यभार) का समर्थन करने वाले समस्त पार्षद उक्त अधिकारी द्वारा किए जा रहे गलत और अनैतिक कार्यो की ढाल बन रहे हैं। छह लाख रुपये प्रतिमाह अनुमानित लागत वाले टेंडर को 10.35 लाख रुपये प्रतिमाह कर नगर परिषद को चूना लगाया गया है।
अध्यक्ष ने कहा कि उनके खिलाफ अनाप-शनाप बयानबाजी करने वाले पार्षद जनता की अपेक्षाओं पर भी खरा नहीं उतरे हैं। अपनी विफलता को छिपाने के लिए यह पार्षद कार्यकारी अधिकारी की पीठ पीछे विरोध का सुर अलाप रहे हैं। उन्होंने कहा कि जितना स्तुतिगान वह कार्यकारी अधिकारी का कर रहे हैं, उससे बेहतर होता कि वह अपने क्षेत्र की समस्याओं को उठाकर लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरते।
ज्ञात हो कि नगर परिषद मंडी में कार्यकारी अधिकारी व पार्षदों ने अध्यक्ष सुशीला सौंखला व उपाध्यक्ष गगन कश्यप के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। पार्षदों व कार्यकारी अधिकारी ने कई आरोप-प्रत्यारोप लगाए हैं। पार्षदों का आरोप है कि अध्यक्ष व उपाध्यक्ष विकास कार्य करवाने में अड़ंगा डाल रहे हैं। इससे उन्हें लोगों को जवाब देना मुश्किल हो रहा है। गत मंगलवार को हुई नगर परिषद की विशेष बैठक में भी अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का पार्षदों ने विरोध किया था। यही नहीं पार्षदों ने अध्यक्ष के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान छेड़ रखा है।
इधर, कार्यकारी अधिकारी अजय पराशर ने अध्यक्ष के आरोपों को मनगढंत बताया है। उनका कहना है कि घर-घर से कूड़ा एकत्र करने का टेंडर नियमों के तहत अवार्ड हुआ है।