रातोंरात बदल गई सब-स्टेशनों की फेंसिंग
हंसराज सैनी, मंडी मंडी जिले में सब-स्टेशनों की फेंसिंग व पेंटिंग की आड़ में हुए लाखों रुपये के गोल
हंसराज सैनी, मंडी
मंडी जिले में सब-स्टेशनों की फेंसिंग व पेंटिंग की आड़ में हुए लाखों रुपये के गोलमाल की जांच तेज हो गई है। पुनर्गठित त्वरित विद्युत विकास एवं सुधार कार्यक्रम (आरएपीडीआरपी) के नाम पर सब-स्टेशनों की फेंसिंग व पेंटिंग के लिए करोड़ों रुपये स्वीकृत हुए थे।
बोर्ड के कुछ अधिकारियों ने ठेकेदार के साथ मिलीभगत कर पुरानी ही फेंसिंग पर पेंट पोतकर उसे नई दर्शा दिया था। दैनिक जागरण ने गत दिनों इस गड़बड़झाले का पर्दाफाश किया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए बिजली बोर्ड प्रबंधन ने इस प्रकरण के जांच के आदेश दे दिए हैं। बोर्ड मुख्यालय से जांच के आदेश निकलते ही अधिकारियों ने रातोंरात पुरानी फेंसिंग को बदलकर उसकी जगह नई फेंसिंग लगवा दी। वहीं, खुद की खाल बचाने के लिए गड़बड़झाला करने वाले अधिकारियों ने ठेकेदार को बलि का बकरा बनाते हुए उससे यह लिखकर ले लिया है कि सामान खत्म होने की वजह से कई सब-स्टेशनों पर काम पूरा नहीं कर पाया था या फिर खामी रह गई थी। दैनिक जागरण के खुलासे के बाद प्रदेश बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों ने भी इस गड़बड़झाले के खिलाफ आवाज बुलंद की थी। मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में पहुंचने के बाद बोर्ड मुख्यालय ने अकाउंट विभाग की दो सदस्यीय टीम को सेंट्रल जोन मंडी के तहत सभी कार्यालयों का स्पेशल ऑडिट करवाने के निर्देश दिए हैं। बोर्ड प्रबंधन के इस कदम से गड़बड़झाले में संलिप्त अधिकारियों में हड़कंप मचा है। मंडी मंडल के अधीन एक उपमंडल के सहायक अभियंता ने भी उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर फेंसिंग व पेंटिंग के नाम पर हो रहे काम की जिम्मेदारी लेने से साफ मना कर दिया था। सब-स्टेशनों में कोई जानवर या व्यक्ति गलती से घुसकर किसी हादसे का शिकार न हो, इसे रोकने के लिए आरएपीडीआरपी योजना के तहत फेंसिंग व पेंटिंग का कार्य हो रहा था। बिजली बोर्ड के प्रबंध निदेशक टीसी नेगी ने सेंट्रल जोन मंडी के अधीन सभी कार्यालयों का दो सदस्यीय टीम से स्पेशल ऑडिट करवाए जाने के आदेश दिए जाने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद अगर कोई दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।