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ख्योड़ मेले की प्रदेश में अलग पहचान : एडीसी

By Edited By: Published: Wed, 17 Sep 2014 01:04 AM (IST)Updated: Wed, 17 Sep 2014 01:04 AM (IST)
ख्योड़ मेले की प्रदेश में अलग पहचान : एडीसी

संवाद सहयोगी, गोहर : ढोल-नगाड़ों की मधुर गूंज के साथ गोहर उपमंडल का जिलास्तरीय ख्योड़ नलवाड़ मेला मंगलवार को शुरू हो गया। अतिरिक्त उपायुक्त मंडी गोपाल चंद ने बैलों की पूजा-अर्चना करने के बाद खूंटी गाड़कर मेले का शुभारंभ किया। शुभारंभ पर निकली जलेब में मुख्य अतिथि व क्षेत्र के लोगों ने शिरकत की। बासा पंचायत प्रधान की प्रधान गायत्री देवी ने मुख्य अतिथि और अन्य अतिथियों का स्वागत किया।

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अपने संबोधन में गोपाल चंद ने कहा कि ख्योड़ मेले की प्रदेशभर में अपनी अलग पहचान है। हर परिवार प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से खेतीबाड़ी और पशुपालन से जुड़ा है। उन्होंने लोगों से मेले में शाति व्यवस्था बनाए रखने का आग्रह किया तथा व्यापारियों से मेलास्थल पर आवारा पशु न छोड़ने की अपील की।

इस अवसर पर एसडीएम गोहर दिलेराम धीमान, तहसीलदार मुंशी राम, एसएचओ नवीन झालटा, एसडीओ विद्युत आयुष मिन्हास, एसडीओ आइपीएच भूप सिंह, लोनिवि के सहायक अभियता गंगाराम आजाद, बासा पंचायत प्रधान गायत्री देवी, उपप्रधान दीवान चंद गुप्ता, देवता कमेटी प्रधान मुरारी लाल शर्मा, डीएवी प्रधानाचार्य उपेंद्र शर्मा समेत अनेक गणमान्य लोगों ने शिरकत की।

इस मौके पर डीएवी स्कूल गोहर और देलग टिकरी स्कूल के बच्चों ने रगारग सास्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।

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पहले दिन फीका रहा बैलों का कारोबार

ख्योड़ मेले में देव कमरूनाग दाड़ी, नवदुर्गा, गंधो देवी, देवी जालपा, देव बालाकामेश्वर काथला, देवी दुलासन, देव जहल नैहरा और देवी शागल गुलाड ने पहले दिन भाग लिया। पहले दिन मेले में कारोबार फीका रहा। मेलास्थल पर बैलों के अलावा घोड़े और खच्चरों की भी खरीद फरोख्त होगी। 17 सितंबर से सास्कृतिक कार्यक्रमों का आगाज होगा।


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