बेगमा के हत्या आरोपी ने की खुदकुशी
संवाद सहयोगी, बालीचौकी : बेगमा की हत्या के आरोपी तेजराम का शव 10 दिन बाद क्षत-विक्षत अवस्था में सिराज हलके के वसाण गांव के साथ वकाहड़ी नाले में मिला है। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जोनल अस्पताल मंडी भेज दिया है। शव की शिनाख्त कमीज की जेब में मिले आधारकार्ड से हुई है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि बेगमा व उसकी चचेरी बहन मथुरा पर चाकू से हमला करने के बाद तेजराम ने घटनास्थल से फरार होने के बाद खुद को चाकू मार या फिर जहरीले पदार्थ का सेवन कर आत्महत्या कर ली थी। हालांकि अधिकारी तौर पर इस बात का खुलासा नहीं हुआ है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पर्दा उठने की उम्मीद है। मंडी पुलिस की तीन टीमें दस दिन से तेजराम की तलाश में भटक रही थी।
मंगलवार सुबह थलौट के समीप बसाण गांव के लोग सायर उत्सव के पूजन के लिए देवता के पास जा रहे थे। वकाहड़ी नाला में दुर्गध आने पर उन्होंने वहां एक शव पड़ा देखा। सूचना मिलते ही थाना औट से पुलिस मौके पर पहुंच गई। शव की जांच करने पर कमीज के जेब से मिले आधारकार्ड से शिनाख्त दस दिन से लापता तेजराम पुत्र शेतू के रूप में हुई।
गत छह सिंतबर को तेजराम ने दुधला गांव की दो चचेरी बहनों बेगमा व मथुरा देवी को चाकू से गोदकर उन्हें घायल कर दिया था। गंभीर रूप से घायल बेगमा ने नौ सितंबर को आइजीएमसी शिमला में दम तोड़ दिया था। मथुरा देवी अब भी जोनल अस्पताल मंडी में उपचाराधीन है।
तेजराम की तलाश औट व मंडी पुलिस के लिए गले की फांस बनी हुई थी। मंगलवार को तेजराम का शव मिलने से पुलिस ने चैन की सांस ली। तेजराम का शव मिलने की खबर क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। मौके पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। उपायुक्त संदीप कदम व पुलिस अधीक्षक मंडी मोहित चावला ने भी मौके का दौरा किया।
पुलिस अधीक्षक मोहित चावला ने बेगमा के हत्यारे तेजराम का शव बरामद होने की पुष्टि करते हुए कहा कि जेब से मिले आधारकार्ड से शिनाख्त हुई है। आरोपी ने आत्महत्या की है या फिर भागते समय ढांक से गिरकर मौत हुई है, इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलेगा।