स्मार्ट कार्ड में त्रुटियों का रिकार्ड
ओमप्रकाश चौहान, जोगेंद्रनगर
गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले तथा मनरेगा के अंतर्गत काम करने वाले कामगारों के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत बनाए जा रहे स्मार्ट कार्ड में गलतियों की भरमार है। इन पर लोगों के नाम, सेक्स व जन्मतिथि गलत है। ऐसा लगता है कि स्मार्ट कार्ड आंखे बंद कर बना दिए गए हैं। जोगेंद्रनगर उपमंडल की तुलाह पंचायत में पात्र लोगों को थमाए गए स्मार्ट कार्ड एक नहीं दो नहीं बल्कि कई गलतियां है।
तुलाह पंचायत के प्रधान रणजीत चौहान ने आरोप लगाया कि इनमें अधिकांश पात्र के जन्म का साल 1814 प्रिंट किया गया है। बेशक उनकी उम्र अभी 30 वर्ष ही हो मगर स्मार्ट कार्ड में उनकी आयु 200 साल दिखाई गई है। इनमें दलीप सिंह, पान सिंह तो हैं ही और भी हैं। गोजरी देवी का नाम गोबरी देवी कर दिया गया है। दलीप सिंह व शुकरू राम के स्मार्ट कार्ड में महिला के चित्र लगे हैं। विनोद कुमार को महिला दर्शाया गया है। गुड्डी देवी को न केवल पुरुष दर्शाया गया है बल्कि चित्र भी पुरुष का ही लगाया गया है। एक कार्ड में हिंदी में तो नाम मंगत राम है जबकि अंग्रेजी में कौशल्या देवी लिखा गया है। इन स्मार्ट कार्ड का प्रयोग कहां किया जा सकता है और इन्हें कोई भी अधिकारी किस तरह स्वीकार करेगा, ऐसे सवाल अब उठने लगे हैं। रणजीत चौहान के अनुसार उनकी पंचायत के अनेक पात्र इस सुविधा से वंचित रह गए हैं और पता नहीं लग रहा कि यह नाम कैसे छूट गए होंगे।
चौंतड़ा के खंड विकास अधिकारी राजेंद्र गौतम ने कहा कि विभिन्न पंचायतों से ऐसी शिकायतें आ रही हैं और मामला कंपनी के समक्ष उठाया जाएगा। निकट भविष्य में जब भी दूसरा चरण होगा होगा तो त्रुटियां सुधारने के लिए कहा जाएगा और स्मार्ट कार्ड क्लस्टर स्तर पर बनवाए जाएंगे।सारा काम निजी कंपनी को दिया गया है। ब्लॉक से तो केवल लाभान्वित होने वाले लोगों की सूचियां ही ली जा रही हैं।