अब केमिकल से नहीं, कोल्ड स्टोर में पकेगा केला
हंसराज सैनी, मंडी
केला खाने के शौकीनों के लिए अच्छी खबर है। लोगों को अब केमिकल से नहीं बल्कि कोल्ड स्टोर में पका केला मिलेगा जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं होगा। बल्ह घाटी में एक फल व सब्जी विक्रेता ने करीब 20 लाख रुपये से बिना केमिकल केला पकाने का प्लांट (कोल्ड स्टोर) लगाया है।
कोल्ड स्टोर के एक चैंबर में तीन दिन में चार हजार से अधिक केले पकेंगे। कोल्ड स्टोर में चार चैंबर हैं। प्लांट में उच्च क्षमता के हीटर व एसी लगे हैं। हीटर चैंबर में गर्मी पैदा कर वैज्ञानिक तरीके से केले को पकने में मदद करते हैं। कच्चे केले अच्छी तरह साफ करने के बाद क्रेट में डाल कर चैंबर में पकने के लिए रखे जाते हैं। तैयार होने के बाद केले के क्रेट एसी चैंबर में रख दिए जाते हैं। वहां से फिर उनकी बाजार में मांग के अनुसार आपूर्ति होगी।
कैल्शियम कार्बाइड से पका फल खाया तो कैंसर
केला ऊर्जा का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है जो विटामिन व मिनरल्स से भरपूर होता है। केला पकाने में पहले कैल्शियम कार्बाइड केमिकल का इस्तेमाल किया जाता था। कैल्शियम कार्बाइड से पके फल खाने से कैंसर, मस्तिष्क विकार व सुन्नता के साथ जीवन उपयोगी अंगों पर खतरनाक असर पड़ता है। हालांकि सरकार ने कैल्शियम कार्बाइड से फल पकाने पर प्रतिबंध लगा रखा है। इसके बावजूद कैल्शियम कार्बाइड से फल पकाने का धंधा चोरी छिपे चल रहा है।
कोल्ड स्टोर में केला पकाने की तकनीक गुजरात की
सरकार की सख्ती के बाद फल-सब्जी विक्रेताओं ने अब कोल्ड स्टोर स्थापित कर उसमें फल पकाने की मुहिम शुरू की है। कोल्ड स्टोर में केला पकाने की तकनीक गुजरात से लाई गई है। वहां व्यापक पैमाने पर उच्च क्षमता के केले पकाने के प्लांट किसानों व बागवानों ने लगा रखे हैं। प्रदेश में कच्चे केले की खेप आंध्र प्रदेश व महाराष्ट्र से आती है। कोल्ड स्टोर में पकने वाला अच्छी गुणवत्ता का 100 केले का एक क्रेट 350 रुपये में मिल रहा है।
वैज्ञानिक व कुदरती तौर पर पके फल ही खाएं
कैल्शियम कार्बाइड से फल पकाने पर प्रतिबंध है। इस खतरनाक रसायन से पके फल खाने से शरीर पर कई दुष्प्रभाव पड़ते हैं। वैज्ञानिक व कुदरती तौर पर पके फल ही खाने चाहिए।
डॉ. एनके भारद्वाज, जिला स्वास्थ्य अधिकारी मंडी
मंडी व कुल्लू में हो रही आपूर्ति
कोल्ड स्टोर में वैज्ञानिक तरीके से केला पकाया जा रहा है। केला पकाने में रसायन का इस्तेमाल नहीं होता है। फिलहाल मंडी व कुल्लू जिला में केले की आपूर्ति की जा रही है।
खेम चंद, कोल्ड स्टोर मालिक