नगर परिषद की डंपिंग साइट में जल रही एक्सपायरी दवाइयां
जागरण संवाददाता, मंडी : मंडी बचाओ संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष लक्ष्मेंद्र सिंह ने आरोप लगाया है कि नगर परिषद मंडी मझवाड़ पंचायत की भूमि का प्रयोग अवैध रूप से शहर का विषैला कूड़ा-कचरा फेंकने के लिए कर रही है।
उन्होंने कहा कि पहले भी मझवाड़ पंचायत के प्रधान, उपप्रधान व वार्ड सदस्य उपायुक्त मंडी के समक्ष विरोध दायर कर चुके हैं। इसके साथ ही नगर परिषद मंडी के कार्यकारी अधिकारी को भी डंपिंग साइट से उठते धुएं, बदबू व गंदगी से पनपती मक्खियों के प्रकोप की शिकायत दर्ज करवा चुके हैं। जिला प्रशासन व नगर परिषद मंडी ने ग्रामीणों की उपयुक्त माग की अनदेखी की है। मंडी शहर, होटलों, ढाबों, निजी क्लीनिकों, निजी अस्पतालों, निजी परीक्षण प्रयोगशालाओं व शहर के 13 वार्डो का विषाणुयुक्त कूड़ा-कचरा मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर क्वारी इलाके में नाले के भीतर डंपिंग साइट बना कर फेंकने का प्रावधान किया गया है। डंपिंग साइट में जल रही एकस्पायरी दवाइयां पेयजल को जहरीला कर रही हैं। वहीं, मृत पशुओं को दफनाने के बजाए उन्हें कूड़े-कचरे में फेंक कर आग के हवाले किया जा रहा है। कूड़े कचरे के साथ मृत पशुओं को जलाने से राख नाले के पानी के साथ बहकर ब्यास नदी में पहुंच रही है। ब्यास नदी का पानी सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग मंडी शहर की जनता को पेयजल के रूप में उपलब्ध करवाता है। लक्ष्मेंद्र सिंह ने इस बात से प्रदूषण विभाग व सदर थाना पुलिस को भी अवगत करवाया है। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में तुरंत कार्रवाई नहीं हुई तो वह दो सप्ताह बाद हाईकोर्ट में याचिका दायर करेंगे। वहीं, नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी अजय पराशर ने कहा कि डंपिंग साइट में एक्सपायरी दवाइयां फेंकने के मामले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।