कांगड़ा के घनश्याम ने जीती कुश्ती प्रतियोगिता
चौंतड़ा : मेलों की परंपरा को युवा पीढ़ी को भविष्य के लिए संजोना है। मेले हमारी प्राचीन सभ्यता की निशानी है। यह बात तीन दिवसीय ग्रामीण मेला स्तैन का समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए बुधवार को स्तैन पंचायत के उपप्रधान ओम चंद वर्मा ने कही। उन्होंने कहा कि आज युवा वर्ग विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धाओं के चलते ऐसे आयोजनों में अपनी अहम भूमिका नहीं निभा पाते हैं। इसके लिए युवा वर्ग को भी आगे आना है, ताकि ऐसी सभ्यताओं को संजोया जा सके। ग्रामीण मेले के दौरान आयोजित मटका तोड़ प्रतियोगिता में विमला देवी (स्तैन), रस्साकशी प्रतियोगिता में ऋषि ग्रुप तलकेहड़ व कुर्सी दौड़ में कोमल (स्तैन) विजेता रहे। मेले के मुख्य आकर्षण कुश्ती में जिला कागंड़ा के लाहड़ के पहलवान घनश्याम ने विजेता का खिताब जीता। उपप्रधान ओम चंद वर्मा ने विजेताओं व सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले महिला मंडलों और आयोजक कमेटी सदस्यों को ईनाम व स्मृति चिंह वितरित किए।