खुद को समझ लेना ही बड़ा ज्ञान
संवाद सूत्र, कुल्लू : गीता कुटीर रामशिला में गीतानंद महाराज के प्राकट्य वार्षिक उत्सव मनाया गया। इसम
संवाद सूत्र, कुल्लू : गीता कुटीर रामशिला में गीतानंद महाराज के प्राकट्य वार्षिक उत्सव मनाया गया। इसमें महाराज के परम प्रिय शिष्य स्वामी मुक्ता नंद भिक्षु तपोवन हरिद्वार ने प्रवचन दिए। इस दौरान गीता पाठ भी किया गया। इस दौरान दो दिवसीय नेत्र जांच शिविर व स्वास्थ्य जांच शिविर का भी आयोजन किया गया। इसमें सैकड़ों लोगों ने स्वास्थ्य की जांच करवाई। उत्सव में गंगोत्री एवं अन्य स्थानों से आए संतों ने भक्तों को प्रवचनों से मंत्रमुग्ध किया। इस अवसर पर भंडारे भी लगाया गया। इसमें लोगों ने भंडारा ग्रहण किया। स्वामी मुक्तानंद महाराज ने कहा कि इंसान खुद को पहचाने यही सबसे बड़ा ज्ञान है। स्वामी निष्ठा महाराज ने कहा कि मैं हूं मैं था इसमें एक शब्द जोड़ देना चाहिए कि मैं आत्मा हूं आत्मा था और आत्मा रहूंगा। इस अवसर पर गीता कुटीर प्रबंधन कमेटी के प्रधान नरेंद्र मोहन, उपप्रधान अनिल गोयल, सचिव यशोधन गुप्ता, कोषाध्यक्ष धनवीर गुप्ता, युवराज महंत, विजय कुमार व अन्य उपस्थित थे।